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मनीष रंजन की तेरहवीं पर आतंकवादियों के मारे जाने से परिवार खुश

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डेहरी आन सोन। पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा गोली के शिकार हुए रोहतास जिले के कारगहर थाना क्षेत्र के अरुहीं निवासी आइबी अधिकारी मनीष रंजन का मंगलवार को उनके पश्चिम बंगाल के पुरुलिया स्थित आवास पर 13वीं का कार्यक्रम चल रहा था। उसी रात भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर ताबड़तोड़ मिसाइल दागकर नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसमें काफी संख्या में आतंकियों के मारे जाने की खबर पाकर मनीष रंजन का परिवार काफी सुकून महसूस कर रहा है। प्रखंड के अरूहीं निवासी मनीष रंजन के चाचा अरविंद कुमार मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीमा के जवानों ने अपने कहे के अनुरूप मनीष रंजन का बदला ले लिया है। मनीष रंजन के परिवार सहित अन्य लोगों ने आतंकवादियों को नेस्तनाबूद करने की मांग की है, ताकि पहलगाम जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

आतंकवादियों के मारे जाने से खुशी का माहौल :
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हमला कर मनीष रंजन समेत 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मनीष रंजन के पैतृक गांव अरूहीं में जैसे ही खबर मिली कि भारतीय सेना ने आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर हमला किया है, तो परिवार एवं गांव में खुशी का माहौल हो गया। मनीष रंजन के चाचा अरविंद कुमार मिश्र, धर्मेंद्र मिश्रा, मुखिया जूही कुमारी, पूर्व पैक्स अध्यक्ष रंजन कुमार सिंह, रौशन कुमार सिंह समेत अन्य ने कहा कि भारत ने बदला लेकर 26 परिवारों के अलावा पूरे देश को सुकून दिया है। सेना ने जिस तरह से आपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है, उससे भारत का सिर ऊंचा हुआ है। मनीष रंजन के चचेरे भाई शशि मिश्र ने भारत की इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश की सेना को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है और इसे जड़ से मिटाने के लिए लगातार इस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि अरूहीं निवासी आइबी अधिकारी मनीष रंजन की पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी। वे पत्नी और दो बच्चों को साथ लेकर जम्मू कश्मीर गए थे। यात्रा के समय पहलगाम में आतंकियों ने उनकी पत्नी और बच्चों के सामने ही नाम पूछकर उन्हें गोली मार दी थी। मनीष रंजन का परिवार पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिला में रहता है।

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