
भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की विदाई से पहले 25-26 सितंबर से एक निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय होगा, जिससे राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। जिसके बाद मानसून के विदाई हो सकती है। देश के चार राज्यों-गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में मानसून ने विदाई लेना शुरू कर दिया है, लेकिन मध्य प्रदेश में यह अक्टूबर के पहले सप्ताह तक रुक सकता है। आज मंगलवार को कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
इससे पहले सोमवार को कई जिलों में बारिश और धूप वाला मौसम रहा। राजधानी भोपाल में सुबह से ही धूप खिली रही। इस वजह से गर्मी और उमस से परेशानी बढ़ गई। इंदौर में करीब एक इंच पानी गिर गया। वहीं, रतलाम में भी बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का कहना है कि अब 25-26 सितंबर से तेज बारिश का अनुमान है, जो अक्टूबर के पहले सप्ताह तक रहेगा। इसके बाद मानसून धीरे-धीरे विदाई ले सकता है। प्रदेश में इस मानसूनी सीजन में अब तक औसत 43.9 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 36.5 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.4 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। यह कोटा पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया है। अब तक 118 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
इस बार गुना में सबसे ज्यादा 65.4 इंच पानी गिर चुका है। रायसेन में 61.1 इंच, मंडला में 60 इंच, श्योपुर में 56.6 इंच और अशोकनगर में 56 इंच बारिश हो चुकी है। वहीं, सबसे कम 26.8 इंच बारिश खरगोन में हुई। शाजापुर में 28.6 इंच, खंडवा में 28.8 इंच, बड़वानी में 29.8 इंच और धार में 31.9 इंच पानी गिर चुका है। ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। यहां के सभी 8 जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर शामिल हैं। भोपाल, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई है।
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