सीमा पर पाकिस्तान से युद्ध के बीच खुफिया एजेंसियां और साइबर विशेषज्ञ अंदरूनी इलाकों में भी सोशल मीडिया पर नजर रख रहे हैं। बांसवाड़ा में इसको लेकर सक्रियता है। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक या निराधार देश विरोधी संदेशों का आदान-प्रदान होते ही तत्काल कार्रवाई की जाएगी। राज्य के सीमावर्ती जिलों में बढ़ते तनाव के कारण सरकार ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी है और सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पुलिस विभाग में भी अत्यावश्यक परिस्थितियों को छोड़कर छुट्टी न देने के आदेश प्रसारित किए गए हैं। इसके अलावा सीमा से दूर राज्य के अंदरूनी जिलों में सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
भड़काऊ सामग्री पोस्ट न करें
किसी भी पोस्ट, वीडियो या संदेश को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता और प्रभाव पर विचार करें। संदिग्ध या भड़काऊ सामग्री के बारे में तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर हेल्पलाइन को सूचित करें। शांति और एकता बनाए रखने में सहयोग करें। किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में संयम बनाए रखें और दूसरों को भी शांतिपूर्वक व्यवहार करने के लिए प्रेरित करें।
कार्रवाई के दिए निर्देश
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जिले में अभी तक किसी तरह की परेशानी की स्थिति नहीं है। पुलिस टीमें सक्रिय हैं। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी भी बढ़ा दी गई है। सोशल मीडिया पर कोई सांप्रदायिक या किसी भी तरह का आपत्तिजनक संदेश नजर आते ही तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश हैं। इस संबंध में सभी को गंभीर होना चाहिए।
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