भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले गए मैच के बाद, जो रूट ने बेन स्टोक्स को लेकर एक बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि, बेन को हमेशा से लंबे स्पेल फेंकने का शौक रहा है। जो रूट ने यह भी कहा कि, जब वह कप्तान थे, तब भी उन्हें बेन स्टोक्स से गेंद वापस लेने में दिक्कत होती थी।
इंग्लिश ऑलराउंडर खिलाड़ी ने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड और भारत के बीच तीसरे टेस्ट के पांचवें दिन पहले सत्र में 9.2 ओवर और दोपहर में 10 ओवर फेंके थे।
गेंदबाजी के लिए करना पड़ा मनाइंग्लैंड क्रिकेट टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम को तीसरे दिन टीम के तेज गेंदबाजी सलाहकार टिम साउथी को बेन स्टोक्स को गेंदबाजी से हटने के लिए कहने के लिए भेजना पड़ा। इंग्लैंड के इस करिश्माई कप्तान ने कुल 44 ओवर फेंके, जो लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान किसी भी गेंदबाज द्वारा फेंके गए सबसे ज्यादा ओवर थे।
हालांकि, जो रूट ने बताया कि, बेन स्टोक्स अपने शरीर को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में शुभमन गिल और उनकी टीम के खिलाफ बेन के प्रदर्शन की सराहना की। जिसमें मेजबान टीम ने 22 रनों से वह मैच भारत से जीत लिया था।
वह हमेशा मेरी बात नहीं सुनते- रूटजो ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, “वह हमेशा मेरी बात नहीं सुनते। जब मैं कप्तान था, तब भी उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी। लेकिन, उन्हें पता है कि वह क्या कर रहे हैं। उनकी अपनी शारीरिक स्थिति पर अच्छी पकड़ है। उनके द्वारा किया गया यह प्रयास बहुत चौंकाने वाला था।”
रूट ने आगे कहा, “वह हमेशा एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने और बेहतर परिणाम पाने के लिए उत्सुक हैं। ऐसा कर पाने के लिए उनका प्रयास अविश्वसनीय है।”
स्टोक्स को हाल में ही हैमस्ट्रिंग में चोट लगी थी और यह इंग्लैंड के लिए खासतौर पर गेंदबाजी के मोर्चे पर एक चिंता का विषय है। जो रूट ने इस पर भी प्रतिक्रिया दी।
रूट ने कहा, “मुझे बस यही डर था कि, कुछ गंभीर चोटों के बाद वह मैच नहीं खेल पाएंगे लेकिन, उन्हें अपने शरीर पर पूरा भरोसा है। यह हमारे लिए आगे बढ़ाने का एक अच्छा संकेत है। मेरा मतलब है कि, यह वाकई अच्छा है क्योंकि वह अपनी सर्वश्रेष्ठ स्थिति में वापस आ गए हैं।”
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