शेयर मार्केट में कुछ निवेशकों को डिविडेंड देने वाले स्टॉक ही पसंद आते हैं. ये अक्सर ऐसे निवेशक होते हैं जिनका किसी स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड करने का विज़न होता है. ऐसे निवेशकों की सोच होती है कि स्टॉक से ग्रोथ के साथ सात डिविडेंड भी लिया जाए.डिविडेंड निवेशकों को मिलने वाला वह कैश अमाउंट है, जो कंपनी अपनी कमाई में से देती है. यह अमाउंट हर क्वार्टर में भी मिला है और फिर फाइनेंशियल ईयर के अंत में फाइनल डिविडेंड दिया जाता है. अच्छी कंपनियां लगातार अपने निवेशकों को डिविडेंड देती हैं. मेटल सेक्टर की बड़ी कंपनी वेदांता लिमिटेड की पहचान डिविडेंड देने वाली कंपनी के रूप में है. अक्सर निवेशक इस कंपनी को बड़ा डिविडेंड देने वाली कंपनी के रूप में जानते हैं. अगर वेदांता की डिविडेंड हिस्ट्री देखें तो साल 2003 से अब तक वेदांता ने अपने निवेशकों को कुल 43 डिविडेंड दिये हैं. पिछले 12 महीनों में वेदांता लिमिटेड ने प्रति शेयर 43.50 का इक्विटी डिविडेंड घोषित किया है. वेदांता लिमिटेड की डिविडेंड यील्ड 10.47% है.इतना रेगुलर और तगड़ा डिविडेंड देने वाले स्टॉक के कई रिटेल इन्वेस्टर्स फैन हैं. लेकिन हम आपको बता रहे हैं कि कुछ पीएसयू ऐसे हैं, जिन्होंने Vedanta Ltd के बराबर या उससे बेहतर डिविडेंड दिया है. आइए जानते हैं, वे कौन सी कंपनियां हैं जो डिविडेंड देने के मामले में Vedanta से बेहतर हैं. इन कंपनियों के नाम आपने पहले ज़रूर सुने होंगे. Indian Oil Corporation Ltdइंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन एक पीएसयू है, जिसका इतिहास रहा है कि इस कंपनी ने अपने निवेशकों को भरपूर डिविडेंड दिया है. इसकी डिविडेंड यील्ड 4.89%.है. यह डिविडेंड यील्ड वेदांता की वर्तमान डिविडेंड यील्ड से कम है, लेकिन इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन ने अधिक रेगुलर डिविडेंड दिया है. साथ ही कंपनी पर कर्ज़ कम है और इसका डेट टू इक्विटी रेशो 0.82 है, जो वेदांता से इसे बेहतर है.वेदांता का डेट टू इक्विटी रेशो 1.82 है. Coal India Ltdकोल इंडिया एक हाई डिविडेंड यील्ड वाला स्टॉक है, जिसकी डिविडेंड हिस्ट्री कहती है कि वह अपने निवेशकों को 10% तक की डिविडेंड यील्ड तक भुगतान करती है. बेसिक मटेरियल्स के स्टॉक हमेशा डिविडेंड का भुगतान नहीं करते, लेकिन कोल इंडिया लिमिटेड अपने शेयरधारकों को रिवॉर्ड करने के लिए लाभांश का भुगतान करती है. दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में कोल इंडिया लिमिटेड ने ₹5.60 का लाभांश घोषित किया है, जिससे उसकी डिविडेंड यील्ड 8.20% निकलकर आती है. इसके अलावा कोल इंडिया एक कर्ज़ मुक्त कंपनी है और वेदांता से इस मामले में आगे है. कंपनी अपने प्रॉफिट का इस्तेमाल अपने प्रोजेक्ट में भी करती है और डिविडेंड भी बांटती है. इससे कंपनी की इक्विटी पर कोई कर्ज़ का भार नहीं आता.
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