छत्तीसगढ़
कोरबा-बालकोनगर/स्वराज टुडे: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने कर्मचारियों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए '36वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह' मनाया। इस अवसर पर एक वर्चुअल रियलिटी प्रशिक्षण मॉड्यूल भी लॉन्च किया गया, जिसमें 150 से अधिक कर्मचारियों को वास्तविक ट्रैफिक स्थितियों से अवगत कराया गया। इस महीने भर चलने वाले अभियान में सामुदायिक रैलियां, कारपूलिंग और गेमीफाइड लर्निंग सेशन जैसी गतिविधियां शामिल थीं।
नवीनतम तकनीक से प्रशिक्षण
इस नए प्रशिक्षण मॉड्यूल के तहत कर्मचारियों को पहले व्यक्ति के दृष्टिकोण से ड्राइविंग का अनुभव मिला, जिसमें उन्हें अचानक ब्रेक लगाने, ब्लाइंड स्पॉट और पैदल यात्री क्रॉसिंग जैसी स्थितियों में त्वरित निर्णय लेने की आवश्यकता थी। इस तकनीक ने कर्मचारियों को तुरंत फीडबैक प्रदान किया, जिससे उन्हें सुरक्षित और नियंत्रित ड्राइविंग के तरीके सीखने का अवसर मिला। इसके अलावा, संयंत्र में औचक वाहन निरीक्षण, अंधे मोड़ की पहचान, सड़क सुरक्षा प्रश्नोत्तरी और ड्राइवरों के लिए नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 300 से अधिक ड्राइवर और 170 से अधिक कर्मचारी शामिल हुए।
सड़क सुरक्षा पर संवाद
बालकोनगर के आसपास के स्कूलों में सड़क सुरक्षा पर वार्ता आयोजित की गई, जिसमें कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों ने भाग लिया। बालको के कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि 'शून्य क्षति' के सिद्धांत के अनुसार कार्यस्थल को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए बालको निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि हर कर्मचारी को सशक्त बनाना आवश्यक है ताकि वे कार्यस्थल पर किसी भी असुरक्षित गतिविधि को रोकने में योगदान दे सकें।
कर्मचारियों के अनुभव
बालको की कर्मचारी सुश्री सोनाली कृष्णमूर्ति रामटेके ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, 'वीआर हेडसेट ने मुझे एक अद्वितीय अनुभव प्रदान किया। सभी सिमुलेशन ने मुझे विभिन्न वास्तविक ड्राइविंग स्थितियों में चुनौती दी, जहाँ मुझे त्वरित निर्णय लेना था। यह अनुभव वाहन चलाते समय जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है।'
सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
कंपनी ने सुरक्षा प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कई पहलों की शुरुआत की है, जिसमें हर महीने की पहली तारीख को 'सुरक्षा संकल्प' कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा, सुरक्षा संवाद पर एक साप्ताहिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है, जिसमें बालको के वरिष्ठ प्रबंधन द्वारा 5000 से अधिक कर्मचारियों और व्यापार भागीदारों को 'असुरक्षित कार्य को ना कहने का अधिकार' के लिए सशक्त किया जाता है।
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