स्वास्थ्यवर्धक आयुर्वेदिक सुझाव
रात को पानी में गुड़ डालकर रखें, सुबह छानकर पिएं, इससे स्वास्थ्य में सुधार होगा!
धनिया की पत्तियों को मसलकर आंखों में डालें, इससे आंखों का दर्द ठीक होगा।
गुनगुना पानी पीने से ऊर्जा मिलती है और कब्ज की समस्या दूर होती है।
सुबह-सुबह पानी के दो-तीन गिलास पीने से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
ठंडा पानी न पिएं, यह पाचन में बाधा डालता है।
धरती पर बैठकर भोजन करें और चबाकर खाएं, इससे स्वास्थ्य बेहतर होगा।
सुबह फल का रस और दोपहर में लस्सी पिएं, रात में दूध का सेवन करें।
दही और उड़द की दाल का सेवन एक साथ न करें, इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
नियमित आहार के साथ 30 मिनट की नींद लें, इससे बीमारियों का खतरा कम होता है।
रात में भोजन करने के बाद चलें, इससे डॉक्टरों की जरूरत नहीं पड़ेगी।
परिस्थितियों के अनुसार भोजन करें, यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
इन सुझावों का पालन करने से जीवन में खुशहाली आएगी।
पानी को धीरे-धीरे पिएं, इससे तनाव कम होता है और मोटापा घटता है।
पानी बैठकर पीने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
यदि रक्तचाप बढ़ता है, तो चाय का सेवन तुरंत बंद करें।
सुबह का नाश्ता राजा की तरह करें, दोपहर का भोजन सामान्य और रात का हल्का रखें।
रात में देर तक जागने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
दांतों की मजबूती के लिए दातून का उपयोग करें।
अगर कुत्ता काट ले, तो तुरंत हल्दी लगाएं।
मिश्री और गुड़ का सेवन करें, सफेद चीनी से बचें।
चोट लगने पर चुंबक का उपयोग करें, इससे जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
हंसना और रोना, ये सभी भावनाएं स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सरसों के तेल से नाखूनों को डुबाने से खुजली और जलन कम होती है।
भोजन के एक घंटे बाद पानी पिएं, यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
जो लोग भोजन के साथ पानी पीते हैं, उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
गुनगुने पानी के साथ मेथी का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
अलसी, तिल, नारियल और घी का सेवन करें, अन्यथा हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
सेंधा नमक का उपयोग करें, सफेद नमक से बचें।
वनस्पति तेल से बचें, यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है।
अल्यूमिनियम के बर्तन से बचें, यह कई बीमारियों को आमंत्रित करता है।
फल खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं, इससे आंतों में समस्या हो सकती है।
चोकर खाने से शरीर की शक्ति बढ़ती है।
नींबू पानी का नियमित सेवन आंतों के रोगों से बचाता है।
दूषित पानी पीने से पेट खराब होता है।
मुलहठी चूसने से कफ बाहर निकलता है।
भोजन के बाद सौंफ और गुड़ का सेवन करें।
लौकी का रस पीने से हृदय रोग में लाभ होता है।
अनार खाने से हृदय रोग और खांसी में सुधार होता है।
नीम की पत्तियों का सेवन ज्वर और मलेरिया से बचाता है।
गर्म पानी से स्नान न करें, इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
सुरा, चाय और कोल्ड ड्रिंक से दूर रहें।
गर्म पानी से स्नान करने से शरीर कमजोर हो सकता है।
तुलसी का पत्ता हर दिन खाने से सभी उम्र में स्वास्थ्य लाभ होता है।
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