आजकल बच्चे दिनभर मोबाइल का उपयोग करते हैं, यहां तक कि खाना खाने के समय भी। माता-पिता अक्सर बच्चों को शांत रखने के लिए उन्हें फोन दे देते हैं, लेकिन यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि कम उम्र में मोबाइल फोन का उपयोग बच्चों के मानसिक विकास को प्रभावित करता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
हाल ही में अमेरिका के एक एनजीओ, सैपियन लैब्स द्वारा किए गए अध्ययन में 40 से अधिक देशों के 18 से 24 वर्ष के 27,969 वयस्कों का डेटा एकत्र किया गया। इस अध्ययन में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि बचपन से मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य कैसा है। जिन बच्चों ने कम उम्र से ही मोबाइल का अधिक उपयोग किया, उनमें मानसिक विकास से संबंधित समस्याएं अधिक पाई गईं। इस अध्ययन में महिलाओं पर अधिक प्रभाव देखने को मिला।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि जिन पुरुषों ने 6 साल की उम्र से मोबाइल का उपयोग करना शुरू किया, उनमें 18 साल की उम्र में स्मार्टफोन का उपयोग करने वालों की तुलना में मानसिक विकारों का खतरा 6% बढ़ गया। वहीं, महिलाओं में यह जोखिम 20% अधिक था।
अध्ययन के अनुसार, 6 साल की उम्र से स्मार्टफोन का उपयोग करने वाली महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं 74% पाई गईं। 10 साल की उम्र से स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोगों में यह समस्या 61% और 15 साल की उम्र से उपयोग करने वालों में 52% देखी गई। जबकि 18 साल की उम्र से उपयोग करने वालों में यह समस्या सबसे कम, यानी 46% थी। हालांकि, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या अधिक थी।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के बाल और किशोर मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख बेंजामिन मैक्सवेल ने कहा कि, 'हमारे पास ऐसे किशोर आ रहे हैं जो कम उम्र से ही स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं और अब मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। व्यक्तिगत सामाजिक संबंध सभी के लिए आवश्यक हैं, और मोबाइल फोन ने इसे खत्म कर दिया है। यह बच्चों के भविष्य के लिए अच्छी आदत नहीं है। इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।'
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