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पत्थर को भगवान मानते हो, हमारे समाज (इस्लाम) में आ जाओ': हिंदू बच्चियों को मस्जिद-मौलवी के पास भेजने में लगा था ब्यावर का मुस्लिम गैंग', पैसे लाने-सिगरेट पीने को भी कहते थे ⁃⁃

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ब्यावर में हिन्दू लड़कियों को फंसाने वाला गैंग उनसे मस्जिद में जाने और मौलवियों से मिलने के लिए कहता था। उनकी मतांतरण की कोशिश हो रही थी। अब उनका केस लड़ने से भी अजमेर के वकीलों ने मना कर दिया है।

राजस्थान के ब्यावर में हिन्दू लड़कियों को फंसाने वाला ‘मुस्लिम गैंग’ उन्हें मौलवी के पास ले चलने को कहता था। हिन्दू बच्चियों से सिगरेट पीने को कहा जाता था। हिन्दू बच्चियों को उनकी सहेलियों से दोस्ती करवाने को कहा जाता था। ऐसा ना करने पर पूरे परिवार की हत्या की बात कही जाती थी। उन्हें जींस-टॉप पहनने से रोका जाता था। इस मामले में 6 मुस्लिम युवक गिरफ्तार हैं। उनका केस लड़ने से भी अजमेर के वकीलों ने मना कर दिया है।

दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्यावर में हिन्दू लड़कियों को फंसाने वाला गैंग उनसे मस्जिद में जाने और मौलवियों से मिलने के लिए कहता था। उनकी मतांतरण की कोशिश हो रही थी। इससे पहले पीड़िताओं ने कहा है कि मुस्लिम लड़के उन्हें रोजा रखने के बारे में बताते थे और नमाज की ट्रेनिंग देते थे। वह कलमा भी पढ़ने को बताते थे। बच्चियों ने कैमरे के सामने और भी कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

एक पीड़िता ने मुस्लिम लड़के के विषय में बताया, “फ्रेंड के जरिए मुझे जाल में फँसाया था। उस फ्रेंड को धमकी देता था। मैं जब फंस गई तो मुझे भी दूसरी लड़कियों से बात करवाने की धमकी देने लगे। मेरा को एक छोटा सा फोन दिया था… मुझे मिलने के लिए धमकाता था। मुझे 5 सकेंड के लिए मिलने के लिए बुलाया, फिर मुझे कैफे में ले गया। वहाँ गलत काम किया। मेरी फोटो ली थी, इसके बहाने धमकी देता था। घरवालों को भी मारने के लिए धमकी देता था। मेरे साथ मारपीट भी की थी। टेडी बियर-चॉकलेट लाता था।”

पीड़िता ने आगे बताया, “मुझसे काफी पैसे भी लिए है। मैं ₹10 हजार लगभग उसे दे चुकी हूँ। मेरे घरवालों ने फोन पर बात करते हुए पकड़ लिया था। उसने मना करने के बाद भी अश्लील हरकतें की। घरवालों को मारने की धमकी देता था, इसलिए मैंने नहीं बताया किसी को घर पर। सिगरेट वगैरह पीने को कहता था। कलमा पढ़ने, रोजे करने और बुरका पहनने को कहता था। जींस टॉप पहनने पर भी धमकी देता था। कहता था पत्थर को भगवान मानते हो… हमारे समाज में आ जाओ। मेरे साथ मारपीट की और चीरे भी लगाए।

दूसरी पीड़िता ने बताया, “उस लड़के का नाम करीम है, पहले वह स्कूल की तरफ आता था। उसके दोस्त सोहेल मंसूरी, रेहान मंसूरी और सोहेफ़ वगैरह। उन्होंने पहले से जिन लड़कियों को फंसाया था, उन्हीं के माध्यम से मुझे फँसाया। उसने मुझे नमाज पढ़ने और बुर्का के लिए बोला था। शुक्रवार की पाँच नमाज बताई थी। शॉर्ट कपड़े नहीं पहनने यह कहा था। कभी कभार मिलने और बाकी लड़कियों को सम्पर्क करने के लिए कहता था। परिवार को खतरे की बात कहता था।”

पीड़िताओं के बयान पुलिस भी दर्ज करवा चुकी है। मामले में रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष), साहिल कुरैशी (19 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने उन्हें 4 दिन की रिमांड में भेजा है। पुलिस इस मामले में अब सबूत जुटाने में लगी हुई है। पुलिस ने उनकी गाड़ियाँ जब्त कर ली हैं और साथ ही एक और आरोपित नदीम कुरैशी से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस मामले में फॉरेंसिक सबूत भी जुटाए हैं। वहीं आरोपितों के घरवाले हिन्दू पीड़िताओं को ही दोषी ठहरा रहे हैं।

गौरतलब है कि यह सभी मुस्लिम लड़के नाबालिग हिन्दू बच्चियों को पहले फँसाते थे और फिर उनकी अश्लील फोटो वीडियो खींच कर ब्लैकमेल करते थे। उन लड़कियों से दूसरी बच्चियों से सम्पर्क करवाने को कहा जाता था। ऐसा ना करने पर फोटो वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती थी। इसने पैसे वसूले गए और इनको धमकियाँ दी गई। धर्मांतरण का भी खुलासा हुआ है। अब इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। वहीं पुलिस ने कहा है कि इस मामले में ‘लव जिहाद’ का एंगल नहीं है।

PS – OPIndia

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