- राहुल गाँधी ने कहा है कि लोकतंत्र को Gen Z बचाएगी, सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष नेपाल जैसी हिंसा भारत में कराना चाहते हैं।
कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने गुरुवार (18 सितंबर 2025) को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इसमें उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना उनका काम नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शाम 7 बजे उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि देश के युवा, छात्र और GenZ लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। उन्होंने लिखा कि वे उनके साथ हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि क्या वह कोर्ट या किसी बड़ी एजेंसी का दरवाजा खटखटाएँगे? इस पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने कहा, “सच कहूँ तो, मैं यहाँ जो कर रहा हूँ वह मेरा काम नहीं है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाग लेना है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना नहीं है।”
उन्होंने कहा, “यह भारत में संस्थाओं का काम है, वे ऐसा नहीं कर रही हैं, इसलिए मुझे यह करना पड़ रहा है। हमारी प्रस्तुति के अंत तक, जिसमें 2-3 महीने लगेंगे, आपके मन में इस बारे में कोई संदेह नहीं रहेगा कि भारत में राज्य दर राज्य, लोकसभा दर लोकसभा चुनाव वोटों की चोरी हुई है।”
अपने इस तरह के बयान के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए राहुल गाँधी ने लिखा, “देश के युवा, देश के छात्र, देश की GenZ संविधान को बचाएँगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। मैं उनके साथ हमेशा खड़ा हूँ।”
राहुल गाँधी का पहले ये कहना कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र को बचाने का काम उनका नहीं और वे इसकी रक्षा नहीं करेंगे। उसके बाद में ये कहना कि यह काम Gen Z का है। यह साफ दिखा रहा है कि राहुल युवाओं को अपने ही देश, अपने ही लोकतंत्र के खिलाफ भड़काने का प्रयास कर रहें हैं। उनकी इस तरह की हरकत के पीछे उनकी क्या मंशा है? यह देश के लोगों को साफ दिख रही है।
उनकी सोशल मीडिया पोस्ट के बाद लोगों ने कई तरह की प्रतिक्रियाएँ दी। एक यूजर ने लिखा कि इसके पीछे स्पष्ट और साफ संदेश है कि राहुल गाँधी देश में आग लगाना चाहते हैं और खुले शब्दों में कह रहे हैं जिसके दम हो वो आग लगाने की कोशिश करके देख ले।
वही एक अन्य यूजर ने लिखा कि राहुल नेपाल जैसा दंगा भारत में भी कराना चाहते हैं। तमाम यूजर्स का यही आरोप है कि वे देश के भविष्य, देश के युवाओं को भड़का कर नेपाल की तरह देश में अशांति और नफरत फैलाना चाहते हैं।
कॉन्ग्रेस नेता ने अपनी पोस्ट में ‘GenZ’ का जिक्र किया। यह कोई नया शब्द नहीं है, लेकिन इन दिनों यह काफी चर्चा में है। इसकी एक बड़ी वजह नेपाल में हाल ही में हुआ राजनीतिक बदलाव है। बीते दिनों नेपाल में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए, जिनकी अगुवाई GenZ यानी आज की युवा पीढ़ी ने की।
इन प्रदर्शनों में सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए। लोगों का गुस्सा इतना बढ़ा कि प्रधानमंत्री, मंत्री और कई सांसदों को इस्तीफा देना पड़ा। इन घटनाओं के बाद नेपाल में एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया गया। इस पूरे बदलाव के पीछे GenZ की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है।
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