भगवान श्रीकृष्ण (Shree Krishna) ने महाभारत काल में ही कलयुग में होने वाली बातों की भविष्यवाणी कर दी थी। आपको बता दें, महाभारत में जब पांडव अपना सब कुछ जुए में हारने के बाद वन को जा रहे थे तो युधिष्ठिर ने श्री कृष्ण (Shree Krishna) से पूछा हे नारायण !अभी द्वापर युग का अंत चल रहा है, इसके बाद कलयुग का आगमन होगा। कृपया कर हम भाइयों को यह बताइए कि कलयुग में क्या-क्या घटित होगा? तब श्री कृष्ण (Shree Krishna) बोले पहले तुम सभी वन को जाओ और वहां जो भी दिखे शाम को आकर मुझे बताना। उसके बाद सभी पांडव वन को चले गए। शाम को आकर पांचों पांडव ने जो बताया आइए उसके बारे में जानते हैं।
1. कलयुग में होगा शोषण
वन से वापस आकर युधिष्ठिर ने श्री कृष्ण (Shree Krishna) से कहा माधव जब मैं वन में घूम रहा था तो मैंने दो सूंड वाले हाथी को देखा। तब श्री कृष्ण बोले धर्मराज आपने जो वन में देखा उसका अर्थ यह है कि आने वाले कलयुग में ऐसे लोगों का राज होगा जो बोलेंगे कुछ और करेंगे कुछ। राज करने वाले, लोगों का दोनों तरफ से शोषण करेंगे। और श्री कृष्ण (Shree Krishna) की यह भविष्यवाणी आज भी सत्य साबित होती है।
2. कलयुग में होगा राक्षसी आचरण
उसके बाद अर्जुन ने कहा हे नारायण ! एक पंक्षी के पंखों पर वेद की ऋचाएं थी परन्तु वह पक्षी मरे हुए जानवर का मांस खा रहा था। अर्जुन की बातें सुनकर श्री कृष्ण (Shree Krishna) बोले अर्जुन तुमने जो देखा उसका मतलब है कि कलयुग में जो लोग खुद को ज्ञानी बताएंगे वास्तव में उनका आचरण राक्षसी होगा। वे मन ही मन यही सोचते रहेंगे कि कब कोई मरे और अपनी संपत्ति उनके नाम कर जाए।
3. बच्चे का विकास अवरुद्ध हो जाएगा
उसके बाद भीम ने श्री कृष्ण (Shree Krishna) से कहा मैंने देखा कि एक गाय बछड़े को इतना चाटती कि बछड़ा लहूलुहान हो जाता है।। श्री कृष्ण (Shree Krishna) ने कहा इसका अर्थ यह हुआ कि कलयुग में मां की ममता के कारण बच्चे का विकास अवरुद्ध हो जाएगा। किसी और का पुत्र यदि साधु बनेगा तो माताएं उनके दर्शन करेंगी परन्तु स्वयं का पुत्र यदि सन्यास लेना चाहेगा तो रोएंगी।
4. भूखे की कोई मदद नहीं करेगा
उसके बाद सहदेव ने कहा मैंने वन में देखा कि 7 भरे हुए कुओं के बीच एक कुआं एकदम खाली था। श्री कृष्ण (Shree Krishna) मुस्कुराते हुए बोले सहदेव तुमने जो देखा उसका अर्थ यह है कि कलयुग में अगर कोई भूखा मरता रहेगा तो कोई उसकी मदद नहीं करेगा। अमीर लोग अपने बच्चों की शादी में खूब खर्च करेंगे लेकिन पास में कोई भूख से मर रहा होगा तो उसकी मदद नहीं करेंगे।
5. हरिनाम से होगा उद्धार
फिर नकुल ने कहा माधव मैंने देखा कि एक बड़ी सी चट्टान बड़े-बड़े वृक्षों और चट्टानों से टकराने के बाद भी नहीं रुकी परन्तु एक छोटे से पौधे से टकराते ही रुक गई। श्री कृष्ण (Shree Krishna) ने कहा इसका अर्थ यह हुआ कि कलयुग में मन इतना नीचे गिर जायेगा कि वह सत्ता रूपी वृक्ष से भी नहीं भरेगा परन्तु हरिनाम के जप से मनुष्य का पतन रुक जायेगा।
You may also like

India and China: 1990 में एक ही जगह थे भारत और चीन, फिर ड्रैगन कैसे निकल गया आगे, हर्ष गोयनका ने समझाई पूरी बात

पेइचिंग : 14वीं एनपीसी स्थायी समिति के 18वें सत्र का तीसरा पूर्णाधिवेशन आयोजित

पिल्ला वाले बयान पर भड़के सपा सांसद रमाशंकर, मंत्री OP राजभर को बताया BJP का पालतू, बोले- बिहार में हारेगी NDA

Palwal Metro: दिल्ली से पलवल जाने वालों के लिए गुड न्यूज, मेट्रो को मिली केंद्र की मंजूरी, 4,320 करोड़ के प्रोजेक्ट से जुड़ेगा NCR

सतीश शाह के निधन ने याद दिलाई सीपीआर की अहमियत, जानें जीवन बचाने में कैसे करता है मदद




