महिंद्रा एंड महिंद्रा आने वाले दिनों में अपनी तीन लोकप्रिय एसयूवी थार 3-डोर, बोलेरो और बोलेरो नियो के अपडेटेड वर्जन लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है. तीनों एसयूवी में इंजन ऑप्शन को बरकरार रखते हुए फीचर्स और डिजाइन में बदलाव किया जा सकता है. चलिए आपको इस खबर के माध्यम से बताते हैं इनमें आपको क्या कुछ खास देखने को मिल सकता है.
2025 महिंद्रा थार फेसलिफ्टमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नई में नए डिजाइन वाली फ्रंट ग्रिल, नए हेडलैंप, थोड़े बदले हुए बंपर, नए अलॉय व्हील और नए टेल लैंप होंगे जो थार रॉक्स से लिए गए होंगे. केबिन को थार रॉक्स से लिए गए कई नए फीचर्स से अपग्रेड किया जाएगा, जिनमें एक नया डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, एक बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस फोन चार्जर और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें शामिल हैं. 2025 महिंद्रा थार में वही 152 बीएचपी 2.0 लीटर टर्बो पेट्रोल, 2.2 लीटर टर्बो पेट्रोल और 1.5 लीटर टर्बो डीजल इंजन होंगे.
2025 महिंद्रा बोलेरो नियो फेसलिफ्टअपडेटेड बोलेरो नियो में थोड़े अपडेटेड ग्रिल के साथ हॉरिजॉन्टल स्लैट्स और नए डिजाइन वाले अलॉय व्हील्स होंगे. जबकि हेडलैंप्स, फॉग लैंप्स और टेल लैंप्स और इसका सिग्नेचर अपराइट स्टांस रहेगा. अंदर, इस एसयूवी में वायरलेस स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, वायरलेस फोन चार्जिंग, वेंटिलेटेड सीटें, पुश बटन स्टार्ट के साथ कीलेस गो सिस्टम और बहुत कुछ मिलने की संभावना है.
2025 महिंद्रा बोलेरो नियो में मौजूदा 1.5 लीटर, 3-सिलेंडर mHawk 100 टर्बो डीजल इंजन ही मिलेगा जो 100 बीएचपी की पावर और 260 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है. ट्रांसमिशन और ड्राइवट्रेन सिस्टम में भी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
2025 महिंद्रा बोलेरो फेसलिफ्टनई महिंद्रा बोलेरो फेसलिफ्ट के बारे में अभी लिमिटेड ही जानकारी है. हालांकि, इस एसयूवी में मामूली कॉस्मेटिक और फीचर बदलाव होने की उम्मीद है. इसमें मौजूदा 1.5 लीटर, 3-सिलेंडर mHawk डीजल इंजन इस्तेमाल होने की संभावना है जो 75 बीएचपी और 210 एनएम जनरेट करता है. सभी वेरिएंट मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आएंगे.
You may also like
ENG W vs SA W: गुवाहाटी में आई इंग्लिश बॉलर्स की सुनामी, सिर्फ 69 रनों पर ढेर हुई साउथ अफ्रीका
बिहार चुनाव 2025 : छातापुर सीट पर एनडीए बनाम महागठबंधन, क्या इस बार पलटेगा सियासी समीकरण?
ताजा खाना सेहत के लिए अच्छा होता` है लेकिन ये 5 चीजें बासी होने पर शरीर के लिए बन जाती हैं अमृत
विभिन्न यूरोपीय देशों ने गाजा सहायता बेड़े को रोकने का विरोध किया
सीसीपीआईटी : 2024 में प्रतिदिन औसतन छह चीनी व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों की विदेश यात्रा