आजकल के इस बिजी लाइफ में किसी के पास इतना समय नही होता है की वो अपना अच्छे से ख्याल रेख सके| और आजकल का खानपान भी इतना बदल गया है की लोगो को समय से पहले ही बीमारी हो जाती है| और दिन प्रतिदिन ये रेश्यो बढ़ता जा रहा है| हमारे देश में रोगियों की संख्या काफी ज्यादा है और जितने भी लोग है सब किसी न किसी रोग से पीड़ित है| आजकल के ज़माने में कोई भी स्वस्थ नही है हर इंसान दवाई के सहारे ही अपना जीवन जी रहा है| हमें डेली हंट पर फॉलो करें और हमारी वेबसाइट विजिट करें धन्यबाद : newsjustabhi.net
आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बताने जा रहे है जिससे की बहुत से लोग पीड़ित है| और आजकल जो बीमारी सबसे तेज़ फ़ैल रही है वो है आंत की बीमारी और ये बिमारो लोगो में ज्यादा टार देखि जा रही है| आपको बता दे की कैंसर के रोगियों की संख्या में अप्रत्याशित ढंग से इजाफा हो रहा है।
और इन रोगों का कारण अत्यधिक मांसाहार का सेवन बताया जा रहा है। आजकल बहुत से लोग ज्यादा टार मांसाहार खाना पसंद करते है और इससे लोग पेट की भयानक बीमारियों के शिंकजे में आ रहे हैं। ये एक गंभीर किस्म का रोग मारक भी साबित हो रहे हैं। कैंसर, खतरनाक तरह का अल्सर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, कोलाइटिस समेत कई पेट रोग लोगों की जिंदगी को कम कर रहे हैं। कैंसर के साथ साथ मांस, चमड़ी व खून के रोगों में भी बहुत ज्यादा इजाफा हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि लाल मीट यानि बीफ खाने से पेट की आंते खराब हो जाती है। और लोग ज्यादा तारे इसे ही खाना पसंद करते है और इसका सेवन हमारे लिए बहुत ही खतरनाक है बोर यहां तक कि इसके सेवन से हमारी अंत सड़ भी जाती है। सरकारी व निजी अस्पतालों में उदर के गंभीर रोगियों की तादाद अप्रत्याशित तौर पर बढ़ गई है। ज़्यादातर शेहरो में भी यह देखने को मिल रहा है की जो लोग बहुत अधिक मांस खाते हैं, उनको पेट, आंत व लीवर की दिक्कत देखने को मिल रही है।
ज्यादा मांस खाने से यहां तक कि कैंसर जैसा खतरनाक रोग भी बहुत जल्दी हो जा रहा है जानकारी के मुताबिक जो लोग मांस का जरूरत हद से ज्यादा सेवन करते हैं, उनको उदर की गंभीर बीमारियां हो रही हैं। और जो लोग मांसाहार करते हैं, साथ ही ऐसा भोजन बहुत अधिक मसालेदार व वसायुक्त होता है। उनको बहुत ज्यादा ये बीमारी ही रही है और हमको इससे बचने के बारे में सोचना चाहिए ये बीमारी बच्चों के साथ साथ बड़ो में भी बहुत तेज़ी से फ़ैल रही है| पुराने समय में लोगों की जीवन शैली अब से बहुत अलग थी। वे बहुत अधिक शारीरिक श्रम करते थे जिस कारण वे मांस पचा लेते थे। इसके अलावा आबादी बहुत कम थी। जीवन में इतना ज्यादा दबाव नहीं था। लेकिन अब हालात पूरी तरह से बदल चुके हैं। हर तरह का प्रदूषण बहुत बढ़ गया है। जानवर भी जो भोजन कर रहे हैं, वो बिलकुल अच्छा नही है और जिसके कारन मांस में बहुत अधिक रासायनिक तत्व मौजूद हैं। केमिकल युक्त मांस तो सेहत के लिए खतरनाक है।
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