आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से अधिकतर लोग बीमार पड़ रहे हैं. आज के समय में ज्यादातर लोग हाई बीपी की समस्या से परेशान हैं. हाई बीपी के मरीज सफेद नमक को छोड़कर सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं. आइए जानते हैं सफेद और सेंधा नमक में क्या अंतर है.
सेंधा नमक क्यों खा रहे हैं
इन दिनों सेंधा नमक का ट्रेंड बढ़ रहा है. अधिकतर लोग सेंधा नमक खाने की सलाह दे रहे हैं. माना जाता है कि सेंधा नमक का सेवन करने से हाई बीपी की समस्या कंट्रोल हो सकता है. ऐसे में अधिकतर लोग हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए सेंधा नमक का सेवन करते हैं.
सेंधा नमक और सफेद नमक का अंतर
सफेद नमक को समुद्र से निकाला जाता है. इसके बाद इस नमक को प्रोसेस किया जाता है. वहीं सेंधा नमक समुद्र से नहीं निकलता है. यह खनिज खदानों से निकाला जाता है. सेंधा नमक नेचुरल खनिज है. सेंधा नमक हल्का पिंक कलर का होता है. सेंधा नमक को पिंक सॉल्ट भी कहते हैं. समुद्री नमक में ज्यादा सोडियम होता है वहीं सेंधा नमक में सोडियम ना के बराबर होता है.
क्या है फायदेमंद
किसी भी चीज का अधिक सेवन करना नुकसानदायक होता है. सीमित मात्रा में नमक का सेवन करने से सेहत को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है.ज्यादा नमक का सेवन करने से हाई बीपी की समस्या हो सकती है. हाई बीपी होने पर सफेद नमक का कम से कम सेवन करें, या फिर सेंधा नमक का सीमित मात्रा में सेवन करें.
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