नई दिल्ली, 4 मई . जाति-जनगणना को लेकर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जोरदार निशाना साधा. बुराड़ी में रविवार को उन्होंने कहा कि जाति-जनगणना होने दीजिए, राहुल गांधी को भी अपनी जाति के बारे में बताना होगा. इसके बाद सारा भेद ही खुल जाएगा. दिल्ली के साथ पूरी दुनिया को पता चल जाएगा कि वो किस जाति से हैं.
न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी सनातन और हिंदू विरोधी हैं, इसलिए वह हिन्दुओं के विरोध में बयान देते हैं. उनकी सनातन में आस्था नहीं है, वह सिर्फ ढोंग करते हैं. इतना ही नहीं, अब तो जातिगत जनगणना भी होनी है और राहुल गांधी की जाति भी सामने आ जाएगी कि वह कौन सी जाति से हैं.
अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी की ओर से श्रीराम को काल्पनिक कहने पर मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी को उनकी हिन्दू विरोधी सोच मुबारक. वह सनातन विरोधी हैं और उन्हें हिन्दुओं से जलन होती है. हम जिस रास्ते पर चले हैं, उस रास्ते पर हम घर-घर तक रामचरितमानस पहुंचाएंगे.
मनोज तिवारी ने कहा कि हम लोग बुराड़ी क्षेत्र में मानव सेवा शिक्षा संस्थान की ओर से हस्तिनापुर शिव महापुराण कथा कर रहे हैं. शिव और राम की भावना घर-घर पहुंचे, हर घर तक रामचरितमानस पहुंचाने का संकल्प लिया है. उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि 21 मई से 27 मई तक बुराड़ी आएं और शिव महापुराण कार्यक्रम में शामिल होकर धन्य हो जाएं.
बता दें कि जाति-जनगणना को लेकर हाल ही में केंद्र सरकार ने फैसला लिया कि देश में जाति-जनगणना कराई जाएगी. केंद्र सरकार के इस फैसले से देशभर में खुशी की लहर है. लेकिन, इंडी अलायंस में शामिल कांग्रेस-समाजवादी पार्टी सहित अन्य क्षेत्रीय पार्टियां इसे अपनी जीत बता रही हैं. क्रेडिट लेने की होड़ के बीच भाजपा के नेताओं का कहना है कि जब कांग्रेस का शासन देश में था, तब उन्हें जाति-जनगणना कराने की याद क्यों नहीं आई. जब विपक्ष में रहते हैं, तो जाति-जनगणना की बात करते हैं.
–
डीकेएम/केआर
The post first appeared on .
You may also like
पति ने पत्नी से झगड़े के बाद टॉयलेट क्लीनर पीकर जान दी
रात को भुने हुए लहसुन की एक कली, पुरुषों को बना देगी बाहुबली, एक बार आजमा के देख अगर नहीं है यकीन 〥
वन मंत्री ने ईको टूरिज्म हब बनाने को दिया 2.64 करोड़ रूपये की मंजुरी
ये है एलर्जी के सभी रोगों का एक रामबाण उपाय 〥
विद्रोहियों को मदद... बांग्लादेश-म्यांमार में रोहिंग्याओं के लिए कॉरिडोर बनाने पर घिरे यूनुस, अब क्या करेंगे?