New Delhi, 7 अक्टूबर . दिवाली से पहले जारी अलर्ट से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने Tuesday को दिल्ली में कार्यरत आधा दर्जन भारतीय Police सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का शहर से बाहर तबादला कर दिया.
स्थानांतरित अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के तीन Police अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में और अन्य को अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया गया है.
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए पत्र के अनुसार, आईपीएस अधिकारी चेप्याला अंजीथा को दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश भेजा गया, जबकि आईपीएस सुकांत शैलजा बल्लभ को दिल्ली से जम्मू-कश्मीर भेजा गया. आईपीएस सुखराज कटेवा को दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश ट्रांसफर कर दिया गया है.
जहां आईपीएस अफसर कृष्ण कुमार और कमल पाल सिंह मल्होत्रा का तबादला दिल्ली से जम्मू-कश्मीर कर दिया गया तो वहीं आईपीएस पंकज कुमार दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश भेजे गए.
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी पुडुचेरी में अपनी वर्तमान तैनाती से दिल्ली Police में शामिल होंगे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा Tuesday को जारी एक आदेश में कहा गया है, “सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति से, एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारियों की तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक तैनाती का आदेश दिया जाता है.”
मंत्रालय ने कहा कि कृष्ण कुमार और पंकज कुमार के स्थानांतरण आदेश 1 अप्रैल, 2026 से प्रभावी होंगे.
दिल्ली Police में शीर्ष स्तर पर ये बदलाव अगस्त में दिल्ली Police के नए आयुक्त सतीश गोलचा के कार्यभार संभालने के कुछ ही महीनों के भीतर हुए हैं.
कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, गोलचा ने Chief Minister रेखा गुप्ता से मुलाकात की और महिलाओं की सुरक्षा सहित कानून-व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की.
Gujarat के राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया द्वारा दिल्ली की Chief Minister गुप्ता पर हमला करने की कोशिश के कुछ ही दिनों बाद गोलचा ने राजधानी Police बल का कार्यभार संभाला था. इस घटना ने वीआईपी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए थे.
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी गोलचा एक ईमानदार और गंभीर अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं. दिल्ली Government में महानिदेशक (कारागार) के रूप में कार्यकाल पूरा करने के बाद गोलचा की इस शीर्ष पद पर नियुक्ति हुई है.
उच्च प्रशासनिक कौशल और व्यावसायिकता की प्रतिष्ठा के साथ, गोलचा 1984 के सिख विरोधी दंगों सहित प्रमुख मामलों की जांच का नेतृत्व करने के लिए जाने जाते हैं.
उन्हें दिल्ली Police में विशेष Police आयुक्त (खुफिया) और विशेष Police आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था), अरुणाचल प्रदेश के Police महानिदेशक और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में अपने कार्यकाल के दौरान की गई जांचों के लिए भी जाना जाता है.
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डीकेपी/
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