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यूएस टैरिफ और एफआईआई की बिकवाली से भारतीय शेयर बाजार इस हफ्ते 0.9 प्रतिशत गिरा

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Mumbai , 9 अगस्त . भारतीय शेयर बाजार में यूएस टैरिफ और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के कारण इस हफ्ते गिरावट देखने को मिली. इस दौरान सेंसेक्स 0.9 प्रतिशत फिसल गया और निफ्टी की स्थिति भी करीब यही रही और यह 24,400 के महत्वपूर्ण सपोर्ट से नीचे गिरकर 24,363 पर बंद हुआ.

मार्केट एक्सपर्ट्स ने Saturday को कहा कि भारतीय इक्विटी बाजार में जुलाई की शुरुआत से चल रहा ट्रेंड एक और हफ्ते जारी रहा और मार्केट कंसोलिडेशन जोन में बंद हुआ. इसकी वजह वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों को लेकर चिंता बढ़ना, कमजोर ग्लोबल संकेत, यूएस टैरिफ, एफआईआई की बिकवाली और बाजार में लगातार आ रही प्रॉफिट बुकिंग रही.

इस हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अनुकूल मानसून और बेहतर आपूर्ति का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 26 के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को 3.7 प्रतिशत से घटाकर 3.1 प्रतिशत कर दिया.

वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं के बीच तटस्थ रुख बनाए रखते हुए, केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा और वित्त वर्ष 26 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को भी 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा.

7 अगस्त से अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. हालांकि, आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा.

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “अमेरिका में टैरिफ दरों में भारी वृद्धि और कमजोर तिमाही आय को लेकर चिंताओं ने बाजार के विश्वास को कम किया है. विशेष रूप से अमेरिका में महत्वपूर्ण निवेश वाले फार्मा शेयरों में एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली इस सतर्क दृष्टिकोण को दिखाती है. भारतीय रुपए के निरंतर अवमूल्यन ने भी निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है.”

नायर ने कहा कि इन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, आरबीआई द्वारा व्यापक आर्थिक स्थिरता की पुष्टि, घरेलू विकास पर उसके आशावादी रुख और मुद्रास्फीति में कमी के शुरुआती संकेतों से नकारात्मक जोखिम आंशिक रूप से कम हो गया है.

उन्होंने आगे कहा कि बाजार में अस्थिरता बनी रहने की उम्मीद है और निवेशक भारत और अमेरिका से आने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर नजर रख रहे हैं.

चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग के मंदार भोजने ने कहा, “निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट पर लगातार छह लाल कैंडल बनाए, जो एक असामान्य पैटर्न है जो लगातार बिकवाली के दबाव का संकेत देता है. सूचकांक के 24,200-24,000 के समर्थन क्षेत्र के आसपास कोई भी उलटफेर खरीदारी का अवसर हो सकता है.”

एबीएस/

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