हर कोई चाहता है कि उसकी मुस्कान इतनी खूबसूरत हो कि सामने वाला एक पल के लिए रुक जाए, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, खराब खानपान और सही देखभाल की कमी के कारण दांत पीले और बदरंग हो जाते हैं। ऐसे में, महंगे ट्रीटमेंट या केमिकल वाले प्रोडक्ट्स के बिना अगर कुदरती तरीके से दांतों को सफेद और चमकदार बनाया जा सके, तो क्या बात है! अगर आप भी ज्यादा खर्च और साइड इफेक्ट के बिना मोती जैसे सफेद दांत पाना चाहते हैं, तो बस रोजाना ब्रश करते समय अपने टूथपेस्ट में यहां बताई 5 घरेलू चीजें (Natural Remedies For Teeth Whitening) मिला दीजिए। यकीन मानिए, इसका फर्क आपको कुछ ही दिनों में नजर आने लगेगा। दांतों को सफेद करने के लिए घरेलू उपायों का फायदा यह है कि ये न केवल प्रभावी होते हैं, बल्कि इनका इस्तेमाल पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित होता है। नींबू का रस, बेकिंग सोडा, नारियल तेल, हल्दी और स्ट्रॉबेरी जैसे साधारण सामग्री का इस्तेमाल करके आप बिना किसी हानिकारक प्रभाव के दांतों को प्राकृतिक तरीके से चमका सकते हैं। इन घरेलू नुस्खों से दांतों की सफेदी बढ़ने के साथ-साथ दांतों में गंदगी और प्लाक भी साफ हो जाता है। इन उपायों का नियमित रूप से पालन करने से आपके दांत न केवल सफेद बल्कि मजबूत भी बनेंगे। यह प्रक्रिया न केवल आर्थिक रूप से किफायती है, बल्कि आपके दांतों के लिए भी सुरक्षित और सेहतमंद है। तो अब से हर रोज अपनी टूथपेस्ट में ये साधारण लेकिन प्रभावी घरेलू सामग्री मिलाकर अपने दांतों को सुंदर, सफेद और चमकदार बनाएं।
# बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा को दांतों की सफेदी के लिए सबसे असरदार घरेलू उपाय माना जाता है। इसमें मौजूद माइल्ड एब्रेसिव गुण दांतों की ऊपरी परत से जमी हुई गंदगी और दाग-धब्बों को धीरे-धीरे हटाते हैं। यह दांतों के दागों को हल्का करने और उनकी चमक को बढ़ाने में सहायक होता है। साथ ही, बेकिंग सोडा प्राकृतिक रूप से दांतों की सफेदी को बनाए रखता है और गंध को भी कम करता है।
कैसे इस्तेमाल करें?
अपने रेगुलर टूथपेस्ट में एक चुटकी (लगभग 1/4 चम्मच) बेकिंग सोडा मिलाएं और उससे दिन में एक बार ब्रश करें। हफ्ते में 3-4 बार ऐसा करना काफी है। बेकिंग सोडा से दांतों की सफेदी को न केवल बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह मौखिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।
सावधानी:
बेकिंग सोडा की ज्यादा मात्रा से दांतों के इनेमल को नुकसान हो सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में और धीरे-धीरे ब्रश करें। अत्यधिक या कठोर ब्रशिंग से दांतों के परत को नुकसान हो सकता है, इसलिये ध्यान रखें कि बेकिंग सोडा का उपयोग संतुलित तरीके से करें।
# नींबू का रस
नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड दांतों के पीलेपन और दागों को हल्का करने का काम करता है। यह एक नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है जो धीरे-धीरे दांतों को चमकदार बनाता है। नींबू का रस दांतों की सफेदी को प्राकृतिक तरीके से बढ़ाता है और उनकी चमक को बहाल करता है। इसके अलावा, यह माउथवॉश की तरह भी काम करता है, जिससे मुंह की गंध भी दूर होती है।
कैसे इस्तेमाल करें?
2-3 बूंद नींबू का रस अपने टूथपेस्ट में मिलाएं और उससे हफ्ते में एक या दो बार ब्रश करें। इससे आपके दांतों की सफेदी में धीरे-धीरे फर्क दिखने लगेगा। ध्यान रखें कि नींबू का रस हल्के तरीके से प्रयोग करें, ताकि दांतों को नुकसान न हो।
सावधानी:
नींबू एसिडिक होता है, इसलिए ज्यादा इस्तेमाल से दांतों की ऊपरी परत (एनेमल) को नुकसान पहुंच सकता है। इसे सीमित मात्रा में ही प्रयोग करें और हमेशा ब्रश करने के बाद अच्छे से कुल्ला करें। अत्यधिक एसिड से दांतों की सुरक्षा के लिए हर बार नींबू का रस इस्तेमाल करने के बाद पानी से कुल्ला जरूर करें।
# नारियल तेल
नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो मुंह के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। यह सिर्फ दांतों को सफेद नहीं करता बल्कि मसूड़ों को भी मजबूत बनाता है। नारियल तेल का उपयोग दांतों की सफाई के लिए एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय है। यह मुंह के अंदर से बैक्टीरिया को खत्म कर दांतों की सफेदी बढ़ाता है और मुँह की बदबू को भी दूर करता है।
कैसे इस्तेमाल करें?
1 चम्मच नारियल तेल को मुंह में डालकर 5-10 मिनट तक घुमाएं, फिर थूक दें और सामान्य टूथपेस्ट से ब्रश करें। आप चाहें तो थोड़ी सी मात्रा में नारियल तेल टूथपेस्ट में भी मिला सकते हैं। इससे दांतों की बदबू दूर होती है, मुंह साफ रहता है और धीरे-धीरे दांतों की चमक बढ़ती है।
सावधानी:
नारियल तेल का अधिक समय तक मुंह में रखना जरूरी नहीं है। 5-10 मिनट के भीतर इस प्रक्रिया को खत्म कर लें और फिर सामान्य ब्रश से साफ कर लें।
# हल्दी
हल्दी को आयुर्वेद में एक प्राकृतिक औषधि माना गया है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों की बीमारियों से रक्षा करते हैं और नेचुरल सफेदी बनाए रखते हैं। हल्दी का उपयोग दांतों के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह दांतों को साफ करने के साथ-साथ मसूड़ों को भी स्वस्थ बनाती है। यह दांतों के पीलापन को कम करने में मदद करती है और प्राकृतिक तरीके से सफेदी लाती है।
कैसे इस्तेमाल करें?
एक चुटकी हल्दी अपने टूथपेस्ट में मिलाएं और उससे ब्रश करें। आप चाहें तो हल्दी और नारियल तेल को मिलाकर एक पेस्ट बना सकते हैं और उससे हफ्ते में 2-3 बार ब्रश कर सकते हैं। हालांकि हल्दी पीली होती है, लेकिन इसके रेगुलर इस्तेमाल से दांतों का पीलापन दूर होता है। ये दांतों की रंगत को साफ करने में बेहद असरदार है।
सावधानी:
हल्दी का अधिक इस्तेमाल करने से दांतों पर हल्का सा पीला रंग आ सकता है, लेकिन इसके फायदे दांतों की सफेदी बढ़ाने में जबरदस्त होते हैं।
# स्ट्रॉबेरी पेस्ट
स्ट्रॉबेरी सिर्फ खाने में ही नहीं, बल्कि दांतों की सफेदी के लिए भी शानदार है। इसमें मौजूद मालिक एसिड और विटामिन C दांतों के दाग-धब्बों को हल्का करने में मदद करते हैं और दांतों को प्राकृतिक तरीके से सफेद बनाते हैं। यह दांतों की चमक को बढ़ाने में बेहद प्रभावी है और साथ ही माउथ फ्रेशनर का भी काम करता है।
कैसे इस्तेमाल करें?
2-3 स्ट्रॉबेरी को अच्छी तरह मैश करें और उसमें थोड़ा-सा टूथपेस्ट मिलाएं। इससे हफ्ते में एक बार ब्रश करें। यह तरीका बच्चों के लिए भी बेस्ट है क्योंकि इसमें कोई कड़वाहट नहीं होती और स्वाद भी अच्छा लगता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन C दांतों की सफेदी को बढ़ाने में मदद करता है।
सावधानी:
स्ट्रॉबेरी में प्राकृतिक शर्करा होती है, इसलिए इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से दांतों में कहीं नुकसान न हो, इसके लिए ब्रश करने के बाद अच्छी तरह से कुल्ला करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
- दिन में दो बार ब्रश करना आदत बनाएं: सुबह और रात को ब्रश करना दांतों की सफेदी और स्वच्छता बनाए रखने के लिए जरूरी है।
- मीठी चीजों और सोडा ड्रिंक्स का सेवन कम करें: मीठी चीजों और कैफीन युक्त ड्रिंक्स से दांतों पर दाग और कीटाणुओं का जमाव हो सकता है। इनका सेवन कम करने से दांत स्वस्थ रहते हैं।
- ब्रश के साथ-साथ जीभ और गालों की भी सफाई करें: दांतों के साथ-साथ जीभ और गालों की सफाई से मुंह की बदबू कम होती है और मौखिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
- हर 3 महीने में टूथब्रश बदलें: पुराने टूथब्रश से दांतों की सफाई सही तरीके से नहीं हो पाती। इसलिए हर तीन महीने में टूथब्रश बदलना चाहिए।
- खाने के बाद पानी से कुल्ला जरूर करें: खाने के बाद पानी से कुल्ला करने से दांतों में फंसी हुई खाद्य सामग्री बाहर निकल जाती है, जिससे दांतों की सफेदी बनी रहती है और बैक्टीरिया का प्रभाव कम होता है।
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