लाइव हिंदी खबर :- रिलायंस पावर के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) अशोक पाल को अदालत ने चल रही जांच के सिलसिले में न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यह फैसला सुनाया।
मामले से जुड़ी एजेंसी ने अदालत से कहा कि जांच के दौरान कंपनी से संबंधित कुछ वित्तीय लेनदेन और दस्तावेजों की जांच की जा रही है, जिनमें CFO की भूमिका की पुष्टि की जानी बाकी है। वहीं, बचाव पक्ष ने दलील दी कि अशोक पाल पूरी तरह से जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन्हें अनावश्यक रूप से हिरासत में रखा जा रहा है।
अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फिलहाल CFO को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया और कहा कि मामले पर विस्तृत आदेश 18 अक्टूबर को जारी किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी रिलायंस पावर के कुछ वित्तीय लेनदेन और निवेश से जुड़ी गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है।
यह जांच कथित वित्तीय अनियमितताओं और धन के दुरुपयोग से संबंधित बताई जा रही है। अदालत के आगामी आदेश से यह तय होगा कि अशोक पाल की न्यायिक हिरासत आगे बढ़ेगी या उन्हें राहत मिलेगी। फिलहाल जांच एजेंसी ने कंपनी के कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए तलब किया है।
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