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प्रयागराज एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर हत्या का खुलासा, आरोपी के मां-बाप भी मर्डर में शामिल, सामने आई कत्ल की वजह

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शिवपूजन सिंह, प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एयरफोर्स चीफ इंजीनियर मर्डर केस ने केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश को झकझोर दिया था। क्योंकि बम्हरौली एयरफोर्स कमांड बेस की हाई सिक्युरिटी जोन के अंदर चीफ इंजीनियर की हमलावर द्वारा गोली मारकर हत्या एक बड़ी वारदात थी। फिलहाल प्रयागराज पुलिस ने चीफ इंजीनियर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।एयरफोर्स पुलिस और प्रयागराज पुलिस के लिए भी यह एक बहुत बड़ी चुनौती थी। प्रयागराज कमिश्नरेट के एडिशनल पुलिस कमिश्नर,डीआईजी डॉ अजय पाल ने खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिला है उसमें एक व्यक्ति के बाउंड्री वॉल के रास्ते से प्रवेश करने का फुटेज था। इसी आधार पर पुलिस जांच आग बढ़ी। आरोपी के माता-पिता भी शामिलअभियुक्त सौरभ पूछताछ करने पर बताया कि उसके पिता शिवकुमार पासी व माता सुनीता देवी एयरफोर्स कैम्पस के अन्दर ही अधिकारियों के यहाँ घरेलू कार्य करते हैं। सौरभ का बड़ा भाई हनी उर्फ गौतम एक व्यक्ति की हत्या के अपराध में जिला कारागार कौशाम्बी में निरुद्ध है। उसी को छुड़ाने के लिये अभियुक्त व उसके परिवार को पैसों की आवश्यकता थी। अभियुक्त सौरभ ने अपने बड़े भाई के पेशी के दिन अपने पिता व अपनी माता के साथ मिलकर एयरफोर्स स्टेशन के अन्दर एस०एन० मिश्रा के घर में चोरी और लूट की योजना बनाई। पिस्टल से कर दिया फायर 28 - 29 मार्च को अभियुक्त सौरभ पिस्टल व अन्य सामग्री लेकर एयरफोर्स स्टेशन की दीवार के किनारे लगी पेड़ के सहारे बाउण्ड्री पार करके एस०एन० मिश्रा के आवास के पास जाकर दरवाजा काटने का प्रयास किया परन्तु घर के लोग जाग गये। अभियुक्त द्वारा पुनः हाथ अन्दर कुण्डी खोलने का प्रयास किया गया। जब अन्दर से लोगों ने चिल्लाया तो सौरभ ने मिश्रा पर पिस्टल से फायर कर दिया और मौके से भाग निकला।एयरफोर्स के चीफ वर्क इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्रा मूल रूप से बिहार के सासाराम जिला के रोहतास ओचस थाना अंतर्गत हरनाथ गांव के मूल निवासी हैं। इनके पिता हरि गोविंद मिश्रा रिटायर्ड शिक्षक हैं। अभी 25 मार्च को ही सतेंद्र नारायण मिश्र अपने गांव गए थे और सभी से मिलकर आए थे। होली पर गांव न पहुंचने का उन्हें मलाल था। रिटायर्ड शिक्षक पिता को जब यह जानकारी मिली तो उनके सामने अंधेरा छा गया। गांव में चीफ इंजीनियर जब भी जाते थे तो वह सबसे वैसे ही मिलते थे उनके अंदर अधिकारी का कोई भी प्रभाव या रुतबा नजर नहीं आता था। एयरफोर्स के वर्क इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्र के परिवार की बात करें तो 51 वर्षीय सतेंद्र नारायण मिश्र सपत्नीक 2 बच्चों के साथ सरकारी आवास में रहते थे। पत्नी वत्सला मिश्रा हाउस वाइफ हैं। बड़ी बेटी कावेरी मिश्र लखनऊ लॉ कॉलेज से एलएलबी कर रही है। बेटा माघवेंद्र मिश्र ने सैनिक स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा दी है।मृतक के इंजीनियर सत्यनारायण मिश्र की शिक्षा आदर्श इंटर कॉलेज वाराणसी से हुई थी उसके बाद मुजफ्फरनगर से इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री ली। उनकी पहली पोस्टिंग सिंचाई विभाग में एसडीओ के पद पर लखनऊ में हुई थी जिनको इन्होंने इस्तीफा देकर इंजीनियरिंग सर्विस कमीशन से एयर फोर्स में चीफ इंजीनियर के पद पर सेलेक्ट हुए थे।प्रयागराज में वह 2 साल से एयरफोर्स बम्हरौली में चीफ वर्क इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। और वहीं की चीफ इंजीनियर कॉलोनी में रहते थे। चीफ इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्र का प्रयागराज से ट्रांसफर भी हो चुका था वह जल्दी ही यहां से रिलीव होने वाले थे लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।
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