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'डिस्प्ले बोर्ड पर एरर मैसेज ने मेरा ध्यान भटकाया', लैंबॉर्गिनी कार हादसे के आरोपी दीपक ने किया कबूल

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नोएडा: सेक्‍टर 94 में हुए लैंबॉर्गिनी कार हादसे का आरोपी डीलर दीपक कुमार का दावा है कि कार के डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर आए एरर मैसेज से उसका ध्‍यान भटक गया। इसकी वजह से दुर्घटना हुई। इस हादसे में सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठे दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनका अस्‍पताल में इलाज चल रहा है। दीपक कुमार को 25 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत मिल चुकी है। जमानत के दीपक कुमार को उसका परिवार अजमेर ले गया, जहां उसका लग्जरी कारों का शोरूम है। रविवार को दीपक लैंबॉर्गिनी कार का टेस्‍ट ड्राइवर करने नोएडा आया था। इस कार के मालिक मशहूर इंफ्लूएंसर मृदुल तिवारी हैं जो इसे बेचना चाहते थे। दीपक ने इस सुपरकार को टेस्ट ड्राइव के लिए बाहर निकाला था और कुछ खरीदारी की। वापस लौटते समय उसने तेज गति से चल रही गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया जो एक निर्माणाधीन इमारत के फुटपाथ पर जा गिरी। वहां बस का इंतजार कर रहे दो दिहाड़ी मजदूरों को कार ने टक्कर मार दी। टक्‍कर लगने से नाले में गिर गए मजदूरएक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कहा कि पूछताछ के दौरान दीपक कुमार ने स्वीकार किया कि वह तेज गति से गाड़ी चला रहा था। उसने अचानक डिस्प्ले स्क्रीन पर एक एरर मैसेज देखा, जिसने उसका ध्यान भटका दिया। लग्जरी कार की चपेट में आए दो मजदूर रामभू कुमार और विजेन रविदास का फिलहाल नोएडा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। टक्कर लगने से दोनों के कई फ्रैक्चर हो गए, जब वे पास के नाले में गिर गए। डॉक्‍टरी उनकी सर्जरी की तैयारी कर रहे हैं। 'हम बस लाल रंग की कार को देखते ही रह गए'मजदूर रविदास ने उस पल को याद किया जब उन्हें टक्कर लगी थी। उसने बताया कि लाल रंग की कार इतनी तेज चल रही थी कि हम बस देखते रह गए। हमें टक्कर मारने के बाद कार ने दूर जाने की कोशिश की, लेकिन नहीं जा सकी। मेरे सिर, आंख, नाक और छाती में चोटें आईं। टक्कर से मेरा पैर टूट गया। दूसरे पीड़ित, रामभू ने बताया कि उन्हें इतनी जोर से टक्कर लगी कि वे नाले में गिर गए। उन्‍होंने दावा किया कि कार 300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ड्राइवर दौड़ा रहा था।
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