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नोएडा में प्लॉट दिलाएंगे- कहकर गाजियाबाद के डॉक्टर से हड़पे 36 लाख रुपये, रिपोर्ट दर्ज

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गाजियाबाद: गाजियाबाद के शालीमार गार्डन में नर्सिंग होम संचालित करने वाले डॉक्टर से अस्पताल के लिए प्लॉट के नाम पर 36.40 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। एक प्रॉपर्टी डीलर ने नोएडा में प्लॉट दिलवाने का झांसा दिया और नोएडा अथॉरिटी का कर्मचारी बताकर एक शख्स से मिलवाया। इसके बाद उसकी पत्नी के बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करवाए। जीडीए का फर्जी अलॉटमेंट लेटर भी दिया। मामले में डॉक्टर ने दंपति और प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ शालीमार गार्डन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।शालीमार गार्डन के राजेंद्र नगर में ओजस नर्सिंग होम चलाने वाले डॉ. अनिल कुमार सेठ के अनुसार उनकी पहचान प्रॉपर्टी डीलिर अवधेश झा से थी। उन्होंने अवधेश से अस्पताल के लिए एक प्लॉट दिलवाने के लिए कहा था। अवधेश ने उनकी मुलाकात ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सुमित ठाकुर से करवाई। अवधेश ने बताया कि सुमित नोएडा अथॉरिटी में कर्मचारी है और ऑडिट विभाग में काम करता है। अथॉरिटी में कई प्लॉट ऐसे होते हैं जिनका आवंटन रद्द हो जाता और उनका रि-अलॉटमेंट होता है। आरोप है कि सुमित ने उन्हें तीन प्लॉट भी दिखाए थे, जिनमें एक उन्हें पसंद आया। उन्होंने प्लॉट के कागजात मांगे तो सुमित ने ऑफिस में होने की बात कहते हुए कहा कि यह प्लॉट कैश में ही मिलेगा और फिलहाल उन्हें कैश देना होगा, जिसे वह अथॉरिटी में जमा करवा देगा। डॉ. अनिल ने बिना कागज देखे कैश देने से इनकार कर दिया। आरोप है कि इसके बाद सुमित ने उन्हें कॉल करके रुपये देने के लिए कहा और कहा कि वह पैसा अवधेश के खाते में भेज दें। डॉ. अनिल झांसे में आ गए और अवधेश के खाते में 2.20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद सुमित उन्हें नोएडा एक्सटेंशन बुलाया और अपनी पत्नी पूजा से मिलवाया। सुमित ने कहा कि आज ही अथॉरिटी में रुपये जमा होने हैं और साइट चल नहीं रही है, इसलिए पूजा के खाते में रुपये डाल दीजिए। सुमित ने उनसे कहा कि रुपयों की रसीद मिलने में एक महीने का समय लग जाता है। वह फिर से झांसे में आ गए और पूजा के खाते में 4.20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद अवधेश, पूजा और सुमित ने मिलकर उनसे प्लॉट के नाम पर कई बार में 46.40 लाख रुपये ले लिए इसके अलावा सुमित ने राजनगर एक्सटेंशन में भी 200-200 गज को दो प्लॉट कैंसल होना बताते हुए दोनों को दिलवाने की बात भी कही। सुमित ने उन्हें हाथ से बना हुए एक नक्शा भेजा और प्लॉट की कीमत 56 लाख रुपये बताई। फर्जी कागज़ात दिएसुमित ने उन्हें गाजियाबाद के प्लॉट के पेपर उन्हें दिए, जिनकी जांच करवाने पर पता चला कि जीडीए से इस तरह के कोई पेपर जारी ही नहीं हुए हैं। जिसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने सुमित और अवधेश से अपने रुपये वापस मांगे। इस पर पूजा और अवधेश ने उन्हें पांच-पांच लाख रुपये वापस कर दिए। अवधेश ने सुमित के खिलाफ कहीं भी शिकायत नहीं करने की बात कहते हुए बाकी रुपये जल्दी वापस देने की बात कही। अवधेश ने एक-एक लाख रुपये के 10 पोस्ट डेटेड चेक भी दिए, लेकिन उन्हें रुपया वापस नहीं मिला और अब अवधेश उन्हें रुपए वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। फ्लैट खाली करके भागा सुमितडॉ. अनिल कुमार के अनुसार रुपये वापस लेने के लिए वह सुमित के फ्लैट पर गए, लेकिन वहां पता चला कि वह फ्लैट खाली करके दिल्ली शिफ्ट हो गया है। दिल्ली का जो पता मिला था वह वहां भी गए, लेकिन वह पता फर्जी मिला। सुमित से उनकी वॉट्सऐप पर बात होती थी, जिसमें सुमित जल्द ही रुपये वापस करने के लिए कहता था। आरोप है कि सुमित बार-बार उनसे कहीं भी शिकायत नहीं करने के लिए कहता था और जल्द ही रुपए वापस करने के लिए कहता था, लेकिन उसने रुपए वापस नहीं किए।
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