बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बीती बुधवार रात कौड़ियाला नदी में यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में 8 लोग अभी भी लापता हैं, और एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लिया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।   
   
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के भरथापुर गाँव की नाव दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस, प्रशासन को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुँचने तथा तत्काल राहत कार्य को सुचारू रूप से सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है।
     
कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ जंगल के भरथापुर गांव के पास हुई इस घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। गांव वाले खैरटिया से लौट रहे थे जब यह भयानक त्रासदी हुई। लापता लोगों में नाविक मिहिलाल यादव (38), शिवनंदन मौर्य (50), सुमन (28), सोहनी (पांच), शिवम (नौ), मृतका रमजैया के दो पौत्र तथा पंचम की पांच वर्षीय पुत्री शामिल है।
     
जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि उपजिलाधिकारी एसएसबी जवानों के साथ भरथापुर गांव पहुंच गए हैं। नाव में 22 लोग सवार थे। 13 सुरक्षित तैर कर बाहर निकल आए हैं। जबकि एक महिला का शव मिला है। अभी आठ लोग लापता हैं।
   
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि नदी में तेज बहाव हादसे का मुख्य कारण रहा। पानी के दबाव को नियंत्रित करने के लिए चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले गए थे, जिन्हें अब बंद किया जा रहा है। राहत दलों को इस इलाके में काम करने में काफी कठिनाई आ रही है, और सर्च ऑपरेशन रातभर चला।
   
यह हादसा नदी की तेज धार, नाव के अधिक भराव व एक टूटे हुए पेड़ से टकराने के कारण हुआ। इलाके का सुरक्षा ढांचा कमजोर है, जिससे खतरे की आशंका बनी रहती है।
  
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के भरथापुर गाँव की नाव दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस, प्रशासन को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुँचने तथा तत्काल राहत कार्य को सुचारू रूप से सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है।
कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ जंगल के भरथापुर गांव के पास हुई इस घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। गांव वाले खैरटिया से लौट रहे थे जब यह भयानक त्रासदी हुई। लापता लोगों में नाविक मिहिलाल यादव (38), शिवनंदन मौर्य (50), सुमन (28), सोहनी (पांच), शिवम (नौ), मृतका रमजैया के दो पौत्र तथा पंचम की पांच वर्षीय पुत्री शामिल है।
जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि उपजिलाधिकारी एसएसबी जवानों के साथ भरथापुर गांव पहुंच गए हैं। नाव में 22 लोग सवार थे। 13 सुरक्षित तैर कर बाहर निकल आए हैं। जबकि एक महिला का शव मिला है। अभी आठ लोग लापता हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि नदी में तेज बहाव हादसे का मुख्य कारण रहा। पानी के दबाव को नियंत्रित करने के लिए चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले गए थे, जिन्हें अब बंद किया जा रहा है। राहत दलों को इस इलाके में काम करने में काफी कठिनाई आ रही है, और सर्च ऑपरेशन रातभर चला।
यह हादसा नदी की तेज धार, नाव के अधिक भराव व एक टूटे हुए पेड़ से टकराने के कारण हुआ। इलाके का सुरक्षा ढांचा कमजोर है, जिससे खतरे की आशंका बनी रहती है।
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