नई दिल्ली: देश में शनिवार को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की श्रीगणेश होने जा रहा है। दिल्ली में लोगों को दीपावली के बाद फिर से एक दिन की छुट्टी मिलने वाली है। दिल्ली के सरकारी दफ्तारों में काम करने वालों और दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले उन बच्चों के लिए खुशखबरी है जो छठ पूजा देखना चाहते थे लेकिन स्कूल और दफ्तर के चलते वो छठ पूजा नहीं देख पाते थे।
सीएम रेखा गुप्ता ने की घोषणा
सीएम रेखा गुप्ता ने बड़ी घोषणा कर दी है जिसके बादअब वो भी छठ पूजा देखने के लिए घाटों पर जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस पर्व पर सोमवार को इसलिए अवकाश किया जा रहा है, क्योंकि चार दिन के इस पर्व के तीसरे दिन व्रती सूर्यास्त के समय नदी या तालाब के किनारे जाकर अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण होता है ये दिन
सीएम ने कहा कि यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन सुबह से ही तैयारी शुरू हो जाती है और पूरा परिवार किसी ने किसी कार्य को पूरा करने में लगा रहता है। मुख्यमंत्री के अनुसार इसी तथ्य को ध्यान में सरकार ने सोमवार 27 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश किया गया है।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी ओर कहा है कि छठ पर्व्र प्रकृति को समर्पित पर्व है, जिसमें सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा होती है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व आस्था, श्रद्धा और स्वच्छता का प्रतीक भी है, जो हमें प्रकृति, जल और सूर्य की उपासना के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
छठ घाटों पर की गई व्यवस्थाएं
उन्होंने कहा कि यह पर्व लोक आस्था और भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा का उत्सव है, जिसमें परिवार, समाज और समुदाय एक साथ जुड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सभी छठ घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की है, ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजन कर सकें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और नई ऊर्जा का संचार करेगा तथा समाज में आपसी भाईचारे और सद्भाव को और सुदृढ़ बनाएगा।
सीएम रेखा गुप्ता ने की घोषणा
सीएम रेखा गुप्ता ने बड़ी घोषणा कर दी है जिसके बादअब वो भी छठ पूजा देखने के लिए घाटों पर जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस पर्व पर सोमवार को इसलिए अवकाश किया जा रहा है, क्योंकि चार दिन के इस पर्व के तीसरे दिन व्रती सूर्यास्त के समय नदी या तालाब के किनारे जाकर अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण होता है ये दिन
सीएम ने कहा कि यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन सुबह से ही तैयारी शुरू हो जाती है और पूरा परिवार किसी ने किसी कार्य को पूरा करने में लगा रहता है। मुख्यमंत्री के अनुसार इसी तथ्य को ध्यान में सरकार ने सोमवार 27 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश किया गया है।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी ओर कहा है कि छठ पर्व्र प्रकृति को समर्पित पर्व है, जिसमें सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा होती है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व आस्था, श्रद्धा और स्वच्छता का प्रतीक भी है, जो हमें प्रकृति, जल और सूर्य की उपासना के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
छठ घाटों पर की गई व्यवस्थाएं
उन्होंने कहा कि यह पर्व लोक आस्था और भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा का उत्सव है, जिसमें परिवार, समाज और समुदाय एक साथ जुड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सभी छठ घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की है, ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजन कर सकें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और नई ऊर्जा का संचार करेगा तथा समाज में आपसी भाईचारे और सद्भाव को और सुदृढ़ बनाएगा।
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