जयपुर: वीरता, शौर्य और परंपराओं की धरती राजस्थान में कई बार ऐसे नजारे देखने को मिल जाता हैं, जो कई लोगों को हैरान कर देते हैं। कुछ ऐसा ही एक वीडियो चूरू से सामने आया है। यहां तेजा दशमी पर गोगाजी मंदिर पर हुए मेले में कुछ लोग सांपों को ऐसी बेफ्रिकी से लिए हुए दिखे, जैसे मानों खिलौने हाथ में हों। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देख लोग भी यही कह रहे हैं कि शायद राजस्थान में ही ऐसा नजारे देखा जा सकता है। शायद ही ऐसा नजारा आपको और कहीं देखने को शायद ही मिले।
आज लगते हैं राजस्थान में कई इलाकों में मेले
उल्लेखनीय है कि आज 2 सिंबतर को राजस्थान में लोक देवताओं को दर्शन करने के लिए मेले लगाए जाते हैं। आज तेजा दश्मी है, आज के दिन भी कई स्थानों पर लोग तेजाजी और गोगाजी की पूजा करने और उनके दर्शन के लिए लोग पहुंचते हैं। चूरू में भी लोकदेवता गोगाजी के मंदिर में श्रद्धालु आता है। वहीं से आज यह वीडियो सामने आया है।
जानिए कौन हैं वीर तेजाजी और गोगाजी
राजस्थान के नागौर जिले के खरनालियां गांव में जन्में वीर तेजाजी नागवंशी क्षत्रिय जाट परिवार से आते हैं। उनके पिता ताहड़ देव और माता रामकंवरी थीं। उन्हें बहुत से लोग भगवान शिव का अवतार भी मानते हैं। वहीं गोगाजी भी लोकदेवता हैं। दोनों लोक देवताओं को सांप से रक्षा करने वाले देवता के तौर पूजा जाता है। राजस्थान में लोक देवताओं की काफी मान्यता है। यह मान्यता और विश्वास ही है, जिसके चलते कई आज चूरू में ऐसा नजारा सामने आया है।
आज लगते हैं राजस्थान में कई इलाकों में मेले
उल्लेखनीय है कि आज 2 सिंबतर को राजस्थान में लोक देवताओं को दर्शन करने के लिए मेले लगाए जाते हैं। आज तेजा दश्मी है, आज के दिन भी कई स्थानों पर लोग तेजाजी और गोगाजी की पूजा करने और उनके दर्शन के लिए लोग पहुंचते हैं। चूरू में भी लोकदेवता गोगाजी के मंदिर में श्रद्धालु आता है। वहीं से आज यह वीडियो सामने आया है।
चूरू के युवकों का वीडियो हुआ वायरल, सांपों - मगरमच्छों के बच्चों को खिलौने की तरह झूमाते आए नजर pic.twitter.com/IPKTCJOGYw
— NBT Rajasthan (@NbtRajasthan) September 2, 2025
जानिए कौन हैं वीर तेजाजी और गोगाजी
राजस्थान के नागौर जिले के खरनालियां गांव में जन्में वीर तेजाजी नागवंशी क्षत्रिय जाट परिवार से आते हैं। उनके पिता ताहड़ देव और माता रामकंवरी थीं। उन्हें बहुत से लोग भगवान शिव का अवतार भी मानते हैं। वहीं गोगाजी भी लोकदेवता हैं। दोनों लोक देवताओं को सांप से रक्षा करने वाले देवता के तौर पूजा जाता है। राजस्थान में लोक देवताओं की काफी मान्यता है। यह मान्यता और विश्वास ही है, जिसके चलते कई आज चूरू में ऐसा नजारा सामने आया है।
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