सुमित शर्मा, कानपुर: यूपी के कानपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कानपुर के रावतपुर थाने में गुरुवार सुबह एक बंदी का शव बाथरूम के लटका मिलने से हड़कंप मच गया। जिससे पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बीती रात लगभग तीन बजे परिजन उसे नशे की हालत में लेकर आए थे। सुबह उसका शव फंदे से लटका मिला। सवाल खड़े हो रहे हैं कि उसने कैसे लोअर की लस्टिक निकाली और फंदे से झूल गया।
पुलिस कर्मी के साथ बंदी गृह से दस कदम की दूरी पर बने बाथरूम में गया था। वहां पर जाली में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रावतपुर के जयप्रकाश नगर निवासी दिनेश उर्फ गुड्डू (35) अपनी बुआ रेनू के घर पर रहता था। यहां पर वह शटरिंग का काम करता था। उसकी नशेबाजी से तंग आकर मकरावटगंज निवासी पिता दिलीप ने उसे घर से निकाल दिया था। बुधवार रात उसने नशे की हालत में मोहल्ले में जमकर हंगामा किया था।
लोअर की लास्टिक निकाली
चाचा मुन्ना गौतम ने उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी। बुआ और अन्य लोग उसे रात तीन बजे थाने लेकर पहुंचे। पुलिस से उसकी शिकायत की। पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया। लॉकअप में बंद अन्य बंदियों के मुताबिक रात में वह करीब एक घंटे तक चिल्लाता रहा। इसके बाद उल्टी करने लगा और फिर शांत होकर लेट गया। थोड़ी देर बाद लोअर उतार कर उसकी लास्टिक निकालने लगा।
बाथरूम गया था
लॉकअप में बंद दिनेश ने कुछ देर बाद शौचालय जाने के लिए पुलिस कर्मी को आवाज दी। पुलिस कर्मी के साथ वह बाथरूम गया। लोअर और टीशर्ट पहन कर अंदर गया और जाली से फंदा लगा लिया। करीब आधे घंटे बाद उसकी मौत की जानकारी मिली। पुलिस ने आनन फानन में उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का कहना है कि युवक नशे का आदि था। फिलहाल परिजनों ने किसी तरह की तहरीर नहीं दी है।
बुआ का दबाया था गला
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिनेश नशे का लती था। रविवार को भी उसने नशे की हालत में जमकर हंगामा किया था। उसने बुआ का शटरिंग वाले तार से गला दबाया था। जिससे उनके गले पर निशान पड़ गया था। किसी तरह लोगों ने उसे छुड़ाया। पीड़िता ने आईजीआरएस में शिकायत भी की थी।
पुलिस कर्मी के साथ बंदी गृह से दस कदम की दूरी पर बने बाथरूम में गया था। वहां पर जाली में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रावतपुर के जयप्रकाश नगर निवासी दिनेश उर्फ गुड्डू (35) अपनी बुआ रेनू के घर पर रहता था। यहां पर वह शटरिंग का काम करता था। उसकी नशेबाजी से तंग आकर मकरावटगंज निवासी पिता दिलीप ने उसे घर से निकाल दिया था। बुधवार रात उसने नशे की हालत में मोहल्ले में जमकर हंगामा किया था।
लोअर की लास्टिक निकाली
चाचा मुन्ना गौतम ने उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी। बुआ और अन्य लोग उसे रात तीन बजे थाने लेकर पहुंचे। पुलिस से उसकी शिकायत की। पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया। लॉकअप में बंद अन्य बंदियों के मुताबिक रात में वह करीब एक घंटे तक चिल्लाता रहा। इसके बाद उल्टी करने लगा और फिर शांत होकर लेट गया। थोड़ी देर बाद लोअर उतार कर उसकी लास्टिक निकालने लगा।
बाथरूम गया था
लॉकअप में बंद दिनेश ने कुछ देर बाद शौचालय जाने के लिए पुलिस कर्मी को आवाज दी। पुलिस कर्मी के साथ वह बाथरूम गया। लोअर और टीशर्ट पहन कर अंदर गया और जाली से फंदा लगा लिया। करीब आधे घंटे बाद उसकी मौत की जानकारी मिली। पुलिस ने आनन फानन में उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का कहना है कि युवक नशे का आदि था। फिलहाल परिजनों ने किसी तरह की तहरीर नहीं दी है।
बुआ का दबाया था गला
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिनेश नशे का लती था। रविवार को भी उसने नशे की हालत में जमकर हंगामा किया था। उसने बुआ का शटरिंग वाले तार से गला दबाया था। जिससे उनके गले पर निशान पड़ गया था। किसी तरह लोगों ने उसे छुड़ाया। पीड़िता ने आईजीआरएस में शिकायत भी की थी।
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