दरभंगा: राहुल गांधी ने बिहार के दरभंगा में छात्रों से बातचीत की। उन्होंने छात्रों को संबोधित भी किया। छात्रों की भीड़ में से एक छात्र ने राहुल गांधी से बात की और अपनी बात रखी। इसके बाद राहुल ने उस छात्र को मंच पर बुलाया और उसकी बातों को संसद में उठाने का वादा किया। गुरुवार को राहुल गांधी की दरभंगा यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए। उनके दौरे में कई रुकावटें आई। एक कार्यक्रम रद्द भी हो गया, फिर राहुल गांधी खुद पैदल ही वहां पहुंच गए। उन्होंने शिक्षा को लेकर 'न्याय संवाद' पूरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई अगर संवाद करना चाहता है तो हाथ उठाएं। इसके बाद प्रदीप कुमार नाम के एक छात्र ने हाथ उठाया और राहुल ने तुरंत प्रदीप को मंच पर बुला लिया। हाथ उठाते ही राहुल ने प्रदीप को मंच पर बुलायाबिहार के दरभंगा पहुंचकर राहुल गांधी ने छात्रों के साथ संवाद किया। छात्रों को संबोधित भी गया। छात्रों की भीड़ से एक छात्र ने हाथ उठाकर राहुल गांधी से संवाद किया और अपनी बात रखी। जिसके बाद राहुल ने छात्र को अपने मंच पर भी बुलाया। उनकी बातों को संसद में उठाने का भरोसा दिलाया। राहुल गांधी के दरभंगा की यात्रा में गुरुवार को कई मोड़ देखे गए। राहुल गांधी के दौरे में कई विघ्न-बाधाएं दिखी। यहां का कार्यक्रम रद्द किया गया। फिर राहुल गांधी खुद ही पैदल पहुंच गए। यहां पर शिक्षा को लेकर जो न्याय संवाद था उसे पूरा किया। इस पूरे कार्यक्रम में जिस छात्र से उन्होंने संवाद किया वो उससे मीडिया वालों ने बात की। दरअसल, न्याय संवाद में राहुल गांधी ने कहा कि कोई अगर कुछ कहना चाहता है तो हाथ उठाए। इसके बाद प्रदीप कुमार नाम के छात्र ने अपना हाथ उठाया। फिर राहुल ने प्रदीप को मंच पर बुला लिया। राहुल ने प्रदीप से की राजनीतिक मुद्दों पर बातराहुल गांधी से बात करने के बाद प्रदीप ने मीडिया से कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) मेरी समस्याएं पूछी। उससे संसद में उठाने का भरोसा दिया। उन्होंने पूछा कि भविष्य में बिहार की राजनीति कहां देखते हैं? राजनीति किस समस्या पर होनी चाहिए? फिर मैंने उनको विभिन्न समस्याओं से अवगत कराने का प्रयास किया। उनसे बात करके बहुत अच्छा लगा। फिर प्रदीप से पूछा गया कि राहुल गांधी ने क्या बोला? उन्होंने कौन-सी समस्या उनके सामने रखी? प्रदीप की बात को संसद में उठाने का भरोसाप्रदीप ने बताया कि राहुल गांधी जी से छात्रावास से संबंधित समस्याएं रखी है, जो हम लोग के भविष्य में जैसे कि ग्रेजुएशन के बाद कोई एक जगह नहीं है, जहां से हम लोग तैयारी कर सकें। इसके लिए एक पीजी छात्रावास और एक कम्पटीशन छात्रावास होना चाहिए। डिजिटल शिक्षा से दलितों के साथ जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि वो अभी डिजिटल से दूर हैं। फिर उन्होंने कहा कि आप कितने भाई-बहन हैं, आप अपने मम्मी-पापा को मेरा नमस्कार कहिएगा। उन्होंने गारंटी दिया कि जो आपकी बातें हैं, वो संसद में जरूर रखेंगे। उनको अपने चुनाव में मुद्दा बनाएंगे और जिन पर राजनीति होनी जरूरी भी है। राहुल से मिलने के बाद प्रदीप ने की तारीफराहुल गांधी से बात करने के बाद प्रदीप ने कहा कि उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। देश के पटल पर एक बड़े नेता हैं। उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलना, मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। उनमें सबसे ज्यादा अच्छा यही लगा कि वो जिस तरह से संवाद करते हैं और जिस तरह से जमीनी स्तर के आदमी से जुड़ जाते हैं। अपने आप में खास है। बहुत अच्छा लगा और जिस तरह से वो सबकी सुनते हैं, बहुत बड़ी बात है जो दूसरे नेताओं में नहीं है।
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