गुवाहाटी : असम के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) अनुराग गोयल ने एक बड़ा आदेश जारी किया है। यह आदेश सभी जिला चुनाव अधिकारियों के लिए है। इस आदेश में कहा गया है कि चुनाव आयोग अगले 15 से 20 दिनों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। उससे पहले वोटर लिस्ट को ठीक करने का काम शुरू करने को कहा गया है। चुनाव से पहले होने जा रहे इस प्रॉसेस को स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) कहा जा रहा है।
असम के चुनाव आयुक्त ने कहा है कि SIR शुरू होने से पहले सभी इससे जुड़े अधिकारी जैसे इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर, असिस्टेंट ईआरओ और बूथ-लेवल ऑफिसर मौजूद रहें। असम में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
बीएलओ तय करने को कहा2023 में असम की 126 विधानसभा सीटों पर बदलाव हुए हैं। उसके बाद यह पहला विधानसभा चुनाव होगा। आदेश में कहा गया है कि नए पोलिंग बूथों के लिए BLO पहले से ही तय कर लिए जाएं।
असम सीएम हिमंत ने क्या कहाचुनाव आयुक्त ने आदेश में कहा है कि चुनाव के काम में लगे कर्मचारियों और डेटा एंट्री ऑपरेटरों को SIR के दौरान कोई दूसरा काम न दिया जाए। खासकर बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के जिलों पर ज्यादा ध्यान देने को कहा गया है। बोडोलैंड में अलग से स्वायत्त परिषद के चुनाव होने वाले हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संकेत दिया है कि ये चुनाव सितंबर में हो सकते हैं।
हिमंत बोले- असम में मिया मुस्लिममुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा वोटर लिस्ट ठीक करने पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि वोटर लिस्ट में कई गलत नाम हैं, जिन्हें हटाना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी वोट चोरी और आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने की बात कही थी। इससे पता चलता है कि वोटर लिस्ट को ठीक करना कितना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि असम में बांग्लादेश से आए मिया मुस्लिम भाई हैं। उनके नाम बारपेटा, गुवाहाटी, केरल और दिल्ली तक में है।
पिछली बार वोटर लिस्ट को ठीक करने का काम 2005 में हुआ था। DEO को कहा गया है कि 2005 की अपडेटेड वोटर लिस्ट सभी पार्टियों को दी जाए। लोगों की मदद के लिए जिला संपर्क केंद्र शुरू किए जाएं। और लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाए, जिसे हर दिन अपडेट किया जाए। ताकि लोगों को अपनी शिकायत दर्ज कराने और उसका समाधान पाने में आसानी हो।
असम के चुनाव आयुक्त ने कहा है कि SIR शुरू होने से पहले सभी इससे जुड़े अधिकारी जैसे इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर, असिस्टेंट ईआरओ और बूथ-लेवल ऑफिसर मौजूद रहें। असम में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
बीएलओ तय करने को कहा2023 में असम की 126 विधानसभा सीटों पर बदलाव हुए हैं। उसके बाद यह पहला विधानसभा चुनाव होगा। आदेश में कहा गया है कि नए पोलिंग बूथों के लिए BLO पहले से ही तय कर लिए जाएं।
असम सीएम हिमंत ने क्या कहाचुनाव आयुक्त ने आदेश में कहा है कि चुनाव के काम में लगे कर्मचारियों और डेटा एंट्री ऑपरेटरों को SIR के दौरान कोई दूसरा काम न दिया जाए। खासकर बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के जिलों पर ज्यादा ध्यान देने को कहा गया है। बोडोलैंड में अलग से स्वायत्त परिषद के चुनाव होने वाले हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संकेत दिया है कि ये चुनाव सितंबर में हो सकते हैं।
हिमंत बोले- असम में मिया मुस्लिममुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा वोटर लिस्ट ठीक करने पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि वोटर लिस्ट में कई गलत नाम हैं, जिन्हें हटाना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी वोट चोरी और आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने की बात कही थी। इससे पता चलता है कि वोटर लिस्ट को ठीक करना कितना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि असम में बांग्लादेश से आए मिया मुस्लिम भाई हैं। उनके नाम बारपेटा, गुवाहाटी, केरल और दिल्ली तक में है।
पिछली बार वोटर लिस्ट को ठीक करने का काम 2005 में हुआ था। DEO को कहा गया है कि 2005 की अपडेटेड वोटर लिस्ट सभी पार्टियों को दी जाए। लोगों की मदद के लिए जिला संपर्क केंद्र शुरू किए जाएं। और लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाए, जिसे हर दिन अपडेट किया जाए। ताकि लोगों को अपनी शिकायत दर्ज कराने और उसका समाधान पाने में आसानी हो।
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