तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
नागदन्ति का पौधा। आयुर्वेद में नागदन्ति के पौधों को बवासीर और भगन्दर का काल माना गया हैं। सही तरीकों से इसका इस्तेमाल करने से बवासीर और भगन्दर की परेशानी बहुत जल्द ठीक हो जाती हैं और इंसान खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करता हैं। इसमें कई तरह के ऐसे मिनरल्स होते हैं जो शौच नाली में मौजूद सभी प्रकार के संक्रमण और मस्से को खत्म कर देते हैं। इससे शौच के दौरान होने वाली परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता हैं।
इस्तेमाल करने की विधि। आप सबसे पहले नागदन्ति के कोमल पत्ते को पीसकर उसका लेप बना लें। इस पत्ते को आप शौच नली के पास मौजूद मस्से पर लगाएं। साथ ही साथ उसे इस तरह से बांध दें की वो गिर ना सके। कुछ देर के बाद आप गुनगुने पानी से इसे धो लें। ये प्रतिदिन दिन में तीन से चार बाद करें। बहुत जल्द बवासीर और भगन्दर की परेशानी से छुटकारा मिल जायेगा।
इतना ही नहीं अगर आप ऐसा रोजाना करते हैं तो इससे शौच नली के संक्रमण समाप्त हो जाएंगे तथा शौच के दौरान होने वाले तेज दर्द से भी छुटकारा मिल जाएगा। इसलिए आप इस उपाय को जरूर आजमाएं आपकी ये समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी।