बेड रखने की सही दिशा और वास्तु के अनुसार नींद से जुड़ी जरूरी बातें
हमारे शरीर और मन की सेहत के लिए गहरी और शांत नींद बेहद ज़रूरी है। अच्छी नींद से न सिर्फ शरीर तरोताजा रहता है, बल्कि मानसिक रूप से भी ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन जाने-अनजाने हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमारी नींद पर असर डालती हैं। वास्तु शास्त्र में इन बातों को लेकर विस्तार से बताया गया है। आइए जानते हैं कि बेड और बेडरूम से जुड़ी कौन-सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए ताकि नींद बेहतर हो।
1. बिस्तर के नीचे साफ-सफाई जरूरी है
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आप चाहते हैं कि आपकी नींद अच्छी हो, तो सबसे पहले अपने बिस्तर के नीचे की जगह को साफ और व्यवस्थित रखें। वहां जमा धूल और गंदगी नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनती है, जिससे नींद में खलल पड़ सकता है।
2. बेडरूम की सही दिशा क्या होनी चाहिए
वास्तु के अनुसार, घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में बेडरूम बनवाना सबसे शुभ माना गया है। इस दिशा में रखा गया बेड सकारात्मक ऊर्जा देता है और गहरी नींद में मदद करता है। वहीं, उत्तर-पूर्व दिशा में बेडरूम होना नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।
3. बेड के सामने शीशा न रखें
धार्मिक और वास्तु मान्यताओं के अनुसार, बिस्तर के ठीक सामने शीशा नहीं होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा लौटकर व्यक्ति की ओर आती है, जिससे नींद में बार-बार खलल पड़ सकता है। अगर शीशा कमरे में जरूरी हो, तो उसे ऐसी जगह लगाएं जहां सोते समय उसकी सीधी छाया न पड़े।
4. मुख्य दरवाजे के सामने न रखें बेड
वास्तु के अनुसार, बेड को कभी भी कमरे के मुख्य दरवाजे के ठीक सामने नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से कमरे में प्रवेश करने वाली धूल और नकारात्मक ऊर्जा सीधे बिस्तर पर पहुंच सकती है। साथ ही मानसिक शांति में भी बाधा आती है। इसके अलावा, बिस्तर को कमरे में मौजूद बीम (छत की गड्ढेदार पट्टी) के ठीक नीचे भी नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह जीवन में रुकावटें पैदा कर सकती है।
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