रामसेतु: तमिलनाडु में एक पुल बनाया गया है जो देश की मुख्य भूमि को रामेश्वरम (या पम्बन) द्वीप से जोड़ता है। हजारों साल पहले त्रेता युग में, नल नील सहित वानर सेना ने भगवान राम के आशीर्वाद से रावण की लंका पर आक्रमण करने के लिए रामसेतु का निर्माण किया था।
राम सेतु 110 वर्षों में समुद्र पर बने 36 पुलों में से सबसे बड़ा है।
यह राम सेतु आज भी देश में समुद्र पर 110 वर्षों में बने 36 पुलों में सबसे बड़ा है। राम सेतु के वैज्ञानिक प्रमाण मिल चुके हैं और इसके अवशेष आज भी मौजूद हैं।
भारत में निर्मित सबसे लंबा समुद्री पुल मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाला अटल ब्रिज है, जो 21.8 किमी लंबा है। जिसका उद्घाटन 12-01-2024 को हुआ। इस पुल को आज भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल माना जाता है।
भारत का अब तक का सबसे लंबा पुल
लेकिन एक मत के अनुसार 7000 साल पहले बने रामसेतु की लंबाई रामेश्वरम और श्रीलंका के मन्नार द्वीप के बीच 48 किलोमीटर है। कुछ लोगों का अनुमान है कि यह लम्बाई 30 से 50 मीटर होगी, जबकि अन्य का अनुमान है कि यह 48 मीटर से अधिक होगी। लेकिन किसी भी स्थिति में, हजारों वर्ष पुराना राम सेतु, आज तक भारत का सबसे लंबा पुल कहा जा सकता है।
रामेश्वर में हैं ये तीन समुद्री विशेषताएं
रामेश्वरम के निकट समुद्र की तीन विशेषताएं हैं जहां भगवान राम ने ज्योतिर्लिंग की स्थापना की थी। जिससे करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है।
1. यह वह स्थान है जहाँ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी मिलती है। दोनों समुद्रों के अलग-अलग रंग भी दिखाई देते हैं। धनुषकोडी इसी स्थान पर स्थित है।
2. हजारों साल पहले भगवान राम की वानर सेना ने यहीं से श्रीलंका तक राम सेतु का निर्माण किया था, जिसे आज भी देखा जा सकता है।
3. यह समुद्र द्वारका-सोमनाथ के समुद्र की तरह अशांत नहीं है बल्कि शांत रहता है।
The post first appeared on .
You may also like
Nothing to Launch CMF Phone 2 Pro and New Earbuds Lineup on April 28
ऐसा देश जहाँ दुल्हन की तरह बेच दी जाती है लड़कियां, अजीबोग़रीब है यह परम्परा ⁃⁃
जियो फाइनेंस अब देगा शेयर और म्यूचुअल फंड के बदले सिर्फ 10 मिनट में 1 करोड़ रुपये तक का डिजिटल लोन
मार्श और पूरन की आतिशी पारियों से लखनऊ की कोलकाता पर रोमांचक जीत
राशि परिवर्तन: 3 बड़े ग्रह बदलेंगे राशि, नक्षत्र भी बदलेंगे