विपक्षी पार्टियों के गठबंधन, जिसे INDIA ब्लॉक कहा जाता है, आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं और वे अन्य विपक्षी दलों से संपर्क कर नामों पर सहमति जुटाने में लगे हुए हैं। यह प्रयास भारत की राजनीतिक स्थिति में बढ़ती एकजुटता और विपक्ष की मजबूती का प्रतीक माना जा रहा है।INDIA ब्लॉक के अनुसार, वे चुनाव परिणाम की चिंता किए बिना एक सशक्त राजनीतिक संदेश देना चाहते हैं, इसलिए इस चुनाव में भागीदारी को अनिवार्य मानते हैं। हालांकि अभी तक कैंडिडेट चयन की कोई औपचारिक चर्चाएं नहीं हुई हैं, परन्तु कई दलों में कड़ी बातचीत जारी है और खड़गे सक्रिय रूप से सभी सहयोगी दलों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। कुछ विपक्षी नेताओं का मानना है कि भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद संयुक्त उम्मीदवार के चयन पर निर्णय लेना बेहतर होगा।यह संयुक्त कदम बिहार में विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन (SIR) और चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ विपक्ष की साझा लड़ाई के बाद आया है। हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए "वोट चोरी" की मांग की है, जिससे विपक्षी दल एकजुट हुए हैं। इस नई राजनीतिक सिथति में INDIA ब्लॉक के शीर्ष नेता राहुल गांधी के घर एक डिनर बैठक में मिले और आगामी चुनाव में अपनी रणनीतियां तय कीं।उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होने वाला है, जिसमें दोनों सदनों के कुल 781 सदस्य मतदान करेंगे और जीत के लिए 391 वोट जरूरी हैं। मौजूदा लोकसभा और राज्यसभा में NDA के पास लगभग 422 सदस्य हैं, जो इसे नंबरों में बढ़त देता है, पर विपक्षी एकजुटता इसे चुनौतीपूर्ण बना सकती है।इस चुनाव के लिए नामांकन 21 अगस्त तक किए जा सकते हैं और पुनःनामांकन या वापसी की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति मध्यकालीन चुनाव में भी पूरे पांच साल के लिए कार्यभार संभालेंगे।
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