भारत के मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में स्थित पेंच राष्ट्रीय उद्यान को इस बार अपनी यात्रा की सूची में जरूर शामिल करना चाहिए। यह उद्यान भारत के सबसे लोकप्रिय वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है, जहाँ की यात्रा आपको पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर देगी। इस पार्क का उल्लेख प्रसिद्ध कहानी द जंगल बुक में भी किया गया है, जिसे अंग्रेजी लेखक रुडयार्ड किपलिंग ने लिखा था। इस कहानी को दुनिया भर में सराहा गया और इसके बाद पेंच राष्ट्रीय उद्यान 1970 के दशक में दुनिया के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों में से एक बन गया।
परिवार के लिए एक आदर्श स्थान
भारत में प्रमुख पर्यटक आकर्षणों की सूची में हमेशा पेंच राष्ट्रीय उद्यान का नाम आता है। यह जगह परिवार के साथ यात्रा करने के लिए एक बेहतरीन स्थल है, जहां छोटे बच्चे भी बेहद खुश होंगे। अगर आप वन्यजीव प्रेमी हैं, तो यहां द जंगल बुक के प्रसिद्ध पात्रों जैसे अकेला (भारतीय भेड़िया), रक्षा (मादा भेड़िया), बल्लू (सुस्त भालू), और क्रूर शेर खान (रॉयल बंगाल टाइगर) को देखने का मौका मिल सकता है।
समृद्ध वन्यजीव और अद्वितीय अनुभव
758 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला पेंच राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीवों से भरपूर है और यहां आगंतुकों को वन्यजीवों का बेहतरीन अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इस पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर, सियार, मोर, जंगली कुत्ते, जंगली सूअर, भालू, तेंदुआ, लोमड़ी, धारीदार लकड़बग्घा, गौर, हिरण और चार सींग वाले मृग जैसे जीवों का बसेरा है।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान न केवल अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह वन्यजीवों के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। अगर आप प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के प्रति अपने प्यार को एक नई दिशा देना चाहते हैं, तो पेंच राष्ट्रीय उद्यान एक आदर्श स्थान है।
The post first appeared on .
You may also like
तेजस्वी यादव का बयान: बिहार में महागठबंधन में हलचल
हीरो मोटोकॉर्प के 4 संयंत्रों में 17-19 अप्रैल तक नहीं होगा उत्पादन
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
आईपीएल 2025 में पहली बार सपोर्ट स्टाफ पर लगा जुर्माना, दिल्ली कैपिटल्स के कोच मुनाफ पटेल पर कार्रवाई
बलरामपुर : 21 अप्रैल को होने वाली गृह विज्ञान विषय की परीक्षा अब होगी 22 अप्रैल को