जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक वर्तमान में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें किडनी की बीमारी और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने खुद इस स्थिति की जानकारी साझा की है। अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि यूटीआई के कारण उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती किया गया है। मलिक ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्हें पेशाब करने में कठिनाई हो रही है।
किडनी की समस्या का कारण
मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, सत्यपाल मलिक लंबे समय से यूटीआई से प्रभावित हैं, जिससे पेशाब करने में जलन और दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो यह किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। इससे सेप्सिस जैसी गंभीर स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, जिसमें शरीर की इम्यूनिटी अपने अंगों को नुकसान पहुंचाने लगती है।
किडनी फेलियर के कारण
डॉक्टरों के अनुसार, किडनी की बीमारियों के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें लाइफस्टाइल से संबंधित समस्याएं शामिल हैं। सत्यपाल मलिक को पहले से ही शुगर और उच्च रक्तचाप की समस्याएं हैं, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा, किडनी स्टोन्स भी एक महत्वपूर्ण कारण हैं, जो खराब खानपान के चलते बनते हैं।
यूटीआई का कारण
यूटीआई, यानी मूत्र मार्ग का संक्रमण, जीवनशैली से जुड़ा हुआ है। कम पानी पीना, अस्वास्थ्यकर भोजन, अत्यधिक शराब का सेवन और धूम्रपान जैसी आदतें इस बीमारी को बढ़ावा देती हैं। असुरक्षित यौन संबंध भी इस संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
बीमारियों से बचाव के उपाय
मेदांता अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के निदेशक डॉक्टर मनीष जैन के अनुसार, इन बीमारियों से बचने के लिए कुछ सकारात्मक बदलाव करने की आवश्यकता है, जैसे: रोजाना पर्याप्त पानी पीना, बिना जरूरत के पेनकिलर्स से बचना, और शुगर तथा रक्तचाप को नियंत्रित रखना।
किडनी फेलियर के लक्षण
किडनी फेलियर के कुछ सामान्य लक्षणों में कमजोरी, भूख में कमी, उल्टी और मतली, आंखों के आस-पास सूजन, पैरों में सूजन, और पेशाब में प्रोटीन या खून आना शामिल हैं।
अस्पताल में भर्ती
सत्यपाल मलिक वर्तमान में अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले तीन दिनों से उनका किडनी डायलिसिस भी चल रहा है।