इंटरनेट डेस्क। संसद का मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे के नाम रहा। मानसून सत्र के पहले दिन हंगामे और स्थगन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष का नेता होने के बावजूद उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल ने संसद भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।
मीडिया रिपाटर्स की माने तो राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री और सरकार के अन्य लोगों को बोलने की इजाजत है, लेकिन विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया जा रहा। मैं विपक्ष का नेता हूं, बोलना मेरा अधिकार है, मुद्दे उठाना मेरा काम है, लेकिन वे मुझे बोलने नहीं दे रहे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एक नया तरीका अपना रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन से चले गए। अगर वे अनुमति दें तो चर्चा हो सकती है, लेकिन मुद्दा यह है कि परंपरा कहती है कि अगर सरकार के नेताओं को बोलने की अनुमति है, तो हमें भी जगह दी जानी चाहिए।
pc-telegraphindia.com
You may also like
ये हैं भारत के 7 आश्रम जहां ठहर सकते हैं मुफ्त में, नहीं लगता एक भी पैसा, खाना-पीना सब कुछ फ्री, यहां खूबसूरती भी है और दिल का सुकून भी`
साहब..! मेरा भाई मुझसे जबरदस्ती करता है ये काम! मां कहती है चुपचाप कराती रहो, युवती ने दर्ज कराया मामला, इलाके में मचा हड़कंप`
एक युवक पुलिस की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया पुलिस अफसर ने उससे पूछा कि अगर सेब का दाम 150 रुपये किलो हैं तो 100 ग्राम सेब कितने के आएंगे`
रात को सोने से पहले भूलकर भी न पिएं पानी अगर आप भी हैं इन 5 में से किसी एक बीमारी से पीड़ित, वरना हो सकता है गंभीर नुकसान`
हजारों में सिर्फ एक इंसान के प्राइवेट पार्ट पर होता है तिल, जानिए क्या कहता है ज्योतिष और इसका असर`