जयपुर, 25 अप्रैल . जल जीवन मिशन से जुड़े करीब 900 करोड रुपए के घोटाले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार के बाद देर शाम ईडी ने जोशी को विशेष न्यायाधीश के आवास पर पेश किया. इस दौरान ईडी ने जोशी से पूछताछ के लिए 7 दिन का पुलिस डिमांड मांगा. जिसका विरोध करते हुए जोशी के वकील दीपक चौहान ने कहा कि महेश जोशी ईडी की ओर से जारी समन की पालना में पेश हुए हैं और जांच में भी पूर्ण सहयोग कर रहे हैं. इस दौरान जोशी के अधिवक्ता ने जोशी को पुलिस अभिरक्षा में दिए जाने पर उन्हें घर का बना भोजन और दवाइयां देने की छूट देने की बात कही. जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए जोशी को 4 दिन के रिमांड पर ईडी को सौप दिया.
गौरतलब है की ईडी की ओर से समान जारी कर महेश जोशी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जिसकी पालना में दोपहर करीब 1 बजे महेश जोशी ईडी मुख्यालय पहुंचे. यहां करीब 6 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने जोशी को गिरफ्तार कर लिया.
उल्लेखनीय है कि यह मामला केंद्र सरकार की हर घर नल पहुंचने वाली जल जीवन मिशन योजना से जुड़ा है. साल 2021 में श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी और मेसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी के ठेकेदार पदमचंद जैन और महेश मित्तल ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र दिखाकर जलदाय विभाग से करोड़ों रुपए के टेंडर हासिल किए थे. घोटाले का खुलासा होने पर एसीबी ने मामले की जांच की थी. वहीं बाद में ईडी ने मामला दर्ज कर महेश जोशी और उसके सहयोगी संजय बढ़ाया सहित अन्य पर कार्रवाई की.
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