अमरावती, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । ओडिशा तट के निकट बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनता जा रहा है। इससे अगले 24 घंटों में इसके धीरे-धीरे ओडिशा की ओर बढ़ने की संभावना है। इस गंभीर निम्न दबाव के कारण आंध्र प्रदेश में कई स्थानों विशेष कर तटवर्ती क्षेत्र पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। तट पर 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। अधिकारियों ने मछुआरों को मछली पकड़ने समुद्र में ना जाने की सलाह दी है।
इसे लेकर अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने के साथ ही आंध्र में विनायक मंडपम के आयोजकों को सावधानी बरतनी की सलाह दी गई। अधिकारियों ने बताया कि निम्न दबाव से श्रीकाकुलम, विजयनगरम, मन्यम, अल्लूरी, पश्चिम गोदावरी, एलुरु, एनटीआर और गुंटूर जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
विजयवाड़ा में एनटीआर की जिलाधिकारी जी. लक्ष्मी ने लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम और वार्ड सचिवालय की एक इकाई के रूप में चौबीसों घंटे विशेष निगरानी दल और बाढ़ प्रतिक्रिया दल सक्रिय रहें। सुझाव दिया कि जलग्रहण क्षेत्र के गांवों के लोगों को समय-समय पर बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए। डीएम कार्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसका नंबर 91549 70454 है।
जिलाधिकारी ने नियंत्रण कक्ष से राजस्व, सिंचाई, पंचायत राज, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अग्निशमन, विद्युत एवं अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ मंडल एवं निर्वाचन क्षेत्र के विशेष अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति पर सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने एमपीडीओ और तहसीलदारों को मंडल के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा।
उन्होंने जरूरतमंदों के लिए पुनर्वास शिविर स्थापित करने और नगर प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क करने के निर्देश दिए ताकि पहाड़ी इलाकों में लोग सावधान रहें। उन्होंने निचले इलाकों पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा के बुदमेरु, मुन्नरु और प्रकाशम बैराजों की लगातार निगरानी की जा रही है और फिलहाल कोई चिंताजनक स्थिति नहीं है।
विजयवाड़ा शहर में सुबह से ही बारिश हो रही है। इसके कारण कई जगहों पर सड़कें जलमग्न हो गई हैं। वीएमसी के कर्मचारी विशेष आपातकालीन दल सड़कों पर जमा पानी हटा रहे हैं। प्रकाशम बैराज में बाढ़ का प्रवाह लगातार जारी है। बैराज में 1,37,000 क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा है। इसके कारण 69 गेट खोले जा रहे हैं और 1.5 लाख क्यूसेक पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / नागराज राव
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