मुख्यमंत्री विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम में हुए शामिल-
रायपुर 8 अप्रैल . मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मंगलवार काे विश्व बंजारा दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम में शामिल हुए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बंजारा समाज का इतिहास बहुत समृद्धशाली रहा है. बहुत पहले से यह समाज व्यापार से जुड़ा रहा है. देश की स्वतंत्रता में भी बंजारा समाज का उल्लेखनीय योगदान रहा है. मुख्यमंत्री का बंजारा समाज द्वारा पारम्परिक बंजारा पोशाक पहना कर सम्मान किया गया. मुख्यमंत्री को बंजारा समाज द्वारा प्रकाशित पुस्तिका भी भेंट की गयी. बंजारा समाज की महिलाओं ने पारम्परिक लड़ी नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी.
मुख्यमंत्री साय ने विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम की शुरुआत बंजारा समाज के आराध्य गुरुनानक देव व सन्त सेवालाल महाराज व के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर के किया. उन्होंने बंजारा समाज को विश्व बंजारा दिवस 08 अप्रैल की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंजारा समुदाय बरसों से व्यापार करता रहा है. पहले बैल के माध्यम से बंजारा समाज व्यापार के सामान दूर-दूर तक ले जाता था. मुझे बंजारा समाज के आदरणीय लखीशाह के योगदान का स्मरण हो रहा है. बताते हैं कि उनके पास दो लाख बैल थे और उनके हर कारवां में सैकड़ों बैल होते थे, वे रावलपिंडी से काबुल-कंधार तक यात्रा करते थे. उस जमाने में दिल्ली के चांदनी चौक में बड़ी जमीन उनके पास थी.धन-दौलत के भंडार होने के बावजूद वे हमेशा विनम्र रहे और परोपकार में अपना धन खर्च किया. उन्होंने 95 साल की उम्र में औरंगजेब की सेना का प्रतिरोध किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा बंजारा समाज से घनिष्ठ संबंध रहा है. मेरे गांव बगिया के आसपास मदनपुर, पत्थलगांव, हथगड़ा आदि अनेक गांव हैं, जहां बंजारा समाज के भाई-बंधु रहते हैं, वे सब मेरे आत्मीय हैं. ग्राम हथगड़ा में तो पूरा बंजारा समाज के लोग ही निवासरत है. जहां पूरा गांव कैटरिंग का काम करते है. आसपास के गांव में कोई भी कार्यक्रम होता है तो इसी गांव के लोगों को ही बुलाते है. छत्तीसगढ़ के बसना में भी बंजारा समाज के लोगों की बड़ी जनसंख्या है. बहुत खुशी की बात है कि आज यह महाकुंभ का आयोजन बंजारा समाज कर रहा है. ऐसे आयोजन से समाज को आपस मिलने-जुलने और एकजुट होने का अवसर मिलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को तेजी से पूरा किया जा रहा है. सरकार बनने के बाद हमने पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास को स्वीकृति दी. छत्तीसगढ़ में 70 लाख माताओं- बहनों को महतारी वंदन की राशि दी जा रही है. हमारा राज्य धान का कटोरा है. हम 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी कर रहे हैं. हमारे वनवासी भाई-बहनों को तेंदूपत्ता का प्रति मानक बोरा 5500 रुपये दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है. रामलला दर्शन योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ वासियों को भगवान श्री रामलला का दर्शन कराया जा रहा है. अभी तक 22000 से ज्यादा श्रद्धालु भगवान रामलला का दर्शन कर चुके हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की भी शुरुआत शुरूआत की गई है. हम हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने का प्रयास कर रहे हैं. यह बहुत गर्व की बात है कि राज्य बनने के बाद 25 वर्ष की यात्रा में छत्तीसगढ़ में हमने आईआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, ट्रिपल आईटी जैसे शीर्ष संस्थाएं स्थापित हैं.
विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम को महाराष्ट्र के मृदा व जल संरक्षण मंत्री संजय राठौड़ ने कहा कि केरल से लेकर कश्मीर तक बंजारा समाज की एक बोली है. पूरे देश में बंजारा समाज के तीज-त्योहार, परंपरा, संस्कृति, खान-पान एक है. बंजारा समाज नैसर्गिक रूप से एक प्रकृति पूजक समाज है. हमारा समाज पूरे देश में फैला हुआ है. हर जगह यह अलग-अलग नामों से पहचाना जाता है.
विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम में श्रीश्री मंडल महंत स्वामी उमेशानन्द गिरी महाराज, महाराष्ट्र के राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक, बसना विधायक सम्पत अग्रवाल, कर्नाटक के पूर्व सांसद उमेश जाधव, अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के अध्यक्ष शंकर पवार सहित बड़ी संख्या में बंजारा समाज के लोग उपस्थित रहे.
/ गेवेन्द्र प्रसाद पटेल
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