रांची, 27 मई . राष्ट्रीय आदिवासी समन्वय समिति भारत के संयोजक सह पूर्व मंत्री देवकुमार धान ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी आदिवासियों को ठगने का काम बंद करे और जनगणना प्रपत्र में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कॉलम के मुद्दे पर गंभीरता दिखाए.
उन्होंने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस से पांच सवाल पूछा. उन्होंने कांग्रेस से पूछा है कि वर्ष 1961 की जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कॉलम व्यवस्था थी उसे कांग्रेस ने क्यों हटाया, झारखंड में वर्ष 2006 में जाति प्रमाण पत्र में सरना धर्म लिखने का प्रावधान था, उसे कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने क्यों हटाया.
साथ ही उन्होंने कांग्रेस से यह भी यह भी जानना चाहा है कि आदिवासियों के लिए अलग धर्म कॉलम का मुद्दा पूरे देश में निवास करने वाले आदिवासियों का विषय है तो क्या कांग्रेस झारखंड में आंदोलन करने से आदिवासियों को अलग धर्म कॉलम मिलेगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से आदिवासियों के लिए अलग धर्म कॉलम मांगने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है. एक तरफ कांग्रेस आदिवासियों का धर्म कॉलम हटाने का काम करती है तो दूसरी ओर उसे लागू करने की बात भी करती है. ऐसे में क्या झारखंड में कांग्रेस आदिवासियों को ठगने का काम कर रही है. उन्होंंने कहा कि आदिवासियों के धर्म कॉलम को जनगणना प्रपत्र में पुनर्स्थापन के लिए कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर क्या कर रही है.
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/ Vinod Pathak
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