लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने करीब 1 लाख 48 हजार शिक्षामित्रों और 23 हजार अनुदेशकों को दिवाली से पहले बड़ी खुशखबरी दी है। इन सभी को उनका मानदेय त्योहार आने से पहले ही मिल जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर यह फैसला लिया गया है, जिससे लाखों परिवारों के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी।
मानदेय भुगतान का आदेश जारी
प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी आदेश में साफ कहा गया है कि शिक्षामित्रों के लिए 129 करोड़ 33 लाख 20 हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी गई है। यह रकम राज्य परियोजना कार्यालय स्तर पर उपलब्ध शिक्षामित्रों की संख्या के आधार पर तय की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सितंबर महीने के मानदेय का भुगतान करते वक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि केवल वही शिक्षामित्र लाभान्वित हों, जिन्हें समग्र शिक्षा के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में पहले मानदेय मिला हो। भुगतान सीधे खाते में PFMS प्रणाली से होगा। राज्य परियोजना निदेशक मोनिका रानी के हस्ताक्षर से यह आदेश जारी हुआ है। अनुदेशकों के मानदेय का भुगतान भी इसी तरह होगा। प्रदेश में कुल 1 लाख 48 हजार शिक्षा मित्र और 23 हजार अनुदेशक तैनात हैं।
शिक्षक दिवस पर सीएम की सौगातें
गौरतलब है कि शिक्षक दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के शिक्षकों को कई बड़े तोहफे दिए थे। उन्होंने प्रदेश के नौ लाख शिक्षकों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा का ऐलान किया था। सीएम ने कहा था कि शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइयों को भी यह लाभ मिलेगा। इससे नौ लाख परिवार सीधे फायदा उठा सकेंगे।
यह सुविधा शासकीय, अशासकीय बेसिक, माध्यमिक, वित्त विहीन विद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के लिए होगी। सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि अब किसी बीमारी या इमरजेंसी में शिक्षकों और उनके परिवार को आर्थिक परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। उन्होंने इसे सरकार की ओर से शिक्षकों के योगदान के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक बताया।
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